
इस्तांबुल : ब्रिटेन की रहने वाली 73 वर्षीय रोजी स्वेल पोप इंगलैंड से नेपाल दौड़कर जा रही हैं। रोजी दान के जरिए भूकंप पीड़ितों की सहायता करना चाहती है। रविवार को वह इस्तांबुल पहुंची। उन्होंने अपने सफर की शुरुआत साल 2018 में ‘रन रोजी रन’ कैंपेन से की थी और उन्होंने विश्व भर में दौड़ना शुरु किया। रोजी अब तक 12 देशों को पार कर चुकी हैं। उन्होंने कहा मुझे नहीं पता कि मैं किस रात कहां सोती हूं। कभी-कभी मैं गलियों में तो कभी मैदान में। मैं सुबह उठकर दौड़ना शुरु कर देती हूं। मैैने उन लोगों से मुलाकात की है जिनसे मैं शायद कभी दोबारा नहीं मिल सकूंंगी।
दौड़कर लोगों से मांगती हैं मदद
राेजी हर दिन करीब 20 किलाेमीटर दौड़ती हैं और लोगों से मदद मांगती हैं। वह अपने साथ ट्रॉली बांधकर दाैड़ती हैं जिसमें वह अपनी जरूरत का सामान रखती है। वह खुद को वरिष्ठ नागरिक बताती है लेकिन रोजी ने पूरे विश्व में रिश्ते बनाए हैं। अपने सफर के बारे में बात करते हुए रोजी कहती है कि यह जिंदगी को कुछ ज्यादा देने का तरीका है। आप दुनिया में आने और इससे बाहर का इंतजार नहीं करते हैं। उनका अगला पडाव जॉर्जिया होगा।
पहले भी कर चुकीं है दुनिया फतह
बता दें कि रोजी को दुनिया के सबसे लंबे एकल धावक के तौर पर जाना जाता है। चैरिटी के लिए पैसा जुटाने के लिए वह साल 2004 में पूरी दुनिया भर में दौड़ चुकी हैं। इसके बाद वर्ष 2015 में उन्होंने पूरे अमेरिका का चक्कर दौड़्र लगाकर किया। इसके अलावा उनके अद्भूत कारनामाें में एक कारनामा यह भी है कि उन्होंने यूके से लेकर यूएस तक का सफर 17 फीट की बोट में किया। उन्होंने अपने दिवंगत पति क्लाइव को सम्मान देने के लिए न्यूयॉर्क से सैन फ्रांसिस्को तक दौड़ पूरी की। उनके पति का निधन प्रोस्टेट कैंसर के कारण हो गया था।