चार अंगरक्षक भी मरे, आतंकी संगठन आईएसआईएस-खुरसान पर हमला करने का शक
इस्लामाबाद : अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार को एक आत्मघारी हमले में अमेरिकी द्वारा 50 लाख डॉलर का इनामी आतंकी घोषित तालिबान के शरणार्थी मंत्री खलील रहमान हक्कानी की मौत हो गई। यह हमला शरणार्थी मंत्रालय के अंदर ही हुआ है, जिसमें हक्कानी के चार अंगरक्षकों की भी मौत हो गई है। एक रिपोर्ट में खलील हक्कानी के भतीजे अनस हक्कानी ने इस हमले और अपने चाचा के मौत की पुष्टि की है। तत्काल किसी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेवारी नहीं ली है, लेकिन इसके लिए आतंकी संगठन आईएसआईएस-खुरसान को जिम्मेदार बताया जा रहा है। खैर तालिबान अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि हमला किसने और क्यों किया, लेकिन यह साफ हो चुका है कि हमला हक्कानी को निशाना बनाकर ही किया गया है।
जानकारी हो कि खलील हक्कानी को अफगानिस्तान में हक्कानी नेटवर्क का प्रमुख नेता के तौर पर जाना जाता था। वह तालिबान के इन्टर्नल मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी के चाचा है। अमेरिका ने खलील पर 50 लाख डॉलर (42 करोड़ रुपए) का इनाम रखा हुआ था। हक्कानी नेटवर्क और अफगान तालिबान के बीच काफी अच्छे रिश्ते हैं। 2021 में अफगानिस्तान में तख्तापलट के बाद से अफगान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क मिलकर सरकार चला रहे हैं। हक्कानी नेटवर्क के लोगों के पास तालिबान सरकार के कई अहम मंत्रालय है।