काबुलः अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में स्थित एयरपोर्ट पर शुक्रवार की शाम भारी हवाई फायरिंग होने की खबर मिली है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एयरपोर्ट पर बिना दस्तावेज के बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे थे, जिन्हें तितर-बितर करने के लिए ये फायरिंग की गई। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान में तालिबान का शासन स्थापित होने के बाद पहले से ही तनाव और डर के माहौल में जीवन गुजार रहे काबुल निवासी इस घटना के बाद और भयभीत हो गए हैं। तालिबान के डर से अफगानिस्तान निवासी कैसे भी देश छोड़ने की फिराक में हैं और इसके चलते एयरपोर्ट पर भारी भीड़ जमा हो रही है।
बीते कुछ महीनों से भीषण हिंसा के दौर के बाद तालिबान ने 20 साल बाद एक बार फिर अफगानिस्तान की सत्ता हासिल की है। इससे पहले 19 अगस्त को अफगानिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एक शहर में राष्ट्रीय ध्वज फहराने जुटे अफगानियों पर भी तालिबान ने गोलियां बरसा दी थीं। इसमें दो लोगों की जान चली गई थी।
इससे पहले बीते मंगलवार को तालिबान ने एक प्रेस वार्ता में अपने भविष्य के शासन का खाका दुनिया के सामने पेश किया था। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने अफगानिस्तान में अंतरराष्ट्रीय संस्थानों की सुरक्षा को अपनी जिम्मेदारी बताया और साफ किया कि वह महिलाओं के साथ कोई भेदभाव करने वाला नहीं है।
मुजाहिद ने कहा था कि पहले के तालिबान और अब के तालिबान में अंतर है। तालिबान इस्लाम के आधार पर महिलाओं को उनके अधिकार देने के लिए प्रतिबद्ध है। महिलाएं स्वास्थ्य और अन्य ऐसे क्षेत्रों में काम कर सकती हैं, जहां जरूरत है। महिलाओं के खिलाफ भेदभाव नहीं होगा। अब हम अनुभवी हैं और अलग नजरिया रखते हैं।
तालिबान के प्रवक्ता ने पड़ोसी देशों को भी आश्वासन दिया था कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ नहीं किया जाएगा। जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा था, ‘हम अपने पड़ोसी और क्षेत्रीय देशों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हम अपनी जमीन का इस्तेमाल दुनिया के किसी भी देश के खिलाफ नहीं होने देंगे।
काबुल एयरपोर्ट के बाहर तालिबान की भारी हवाई फायरिंग
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