आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में फ्रांस के साथ खड़ा रहेगा अमेरिका
वाशिंगटन : अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में सिर्फ चंद दिन बाकी हैं। इस बीच देश में कोरोना वायरस के मामले भी रिकॉर्ड तेजी से बढ़ रहे हैं। लेकिन, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब भी बेफिक्र नजर आते हैं। इतना ही नहीं, अब तो वे डॉक्टरों पर भी आरोप लगाने लगे हैं। मिशिगन की एक रैली में ट्रंप ने कहा कि कोरोना वायरस से हो रही मौतों से डॉक्टरों को फायदा हो रहा है। इसके साथ ही ट्रंप ने भी भरोसा जताया कि वे ही व्हाइट हाउस में रहेंगे। इसके साथ ही ट्रंप ने फ्रांस में हुए आतंकवादी हमले पर कड़ी टिप्पणी देते हुए कहा कि कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवादी हमलों को हर हाल में रोकना बेहद जरूरी है। चुनावी रैली के दौरान ट्रंप ने कहा कि हमारी संवेदनाएं फ्रांस के लोगों के साथ हैं। आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में अमेरिका अपने सबसे पुराने साथी के साथ खड़ा हैं। कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवादी हमलों को हर हालत में रोकना होगा। फ्रांस या कोई भी देश ऐसे हमलों को लंबे समय तक बदार्श्त नहीं कर सकता हैं।
डेमोक्रेटिक गवर्नरों पर कसा तंज
ट्रंप ने डेमोक्रेटिक राज्यों की सरकारों वाले राज्यों और उनके गवर्नर्स पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि आप लोगों को डरा रहे हैं। जहां देखिए सिर्फ लॉकडाउन और प्रतिबंधों की बात हो रही है। क्या ऐसे ही हम इस महामारी का मुकाबला करेंगे। देश और लोगों को घरों में कैद होने से क्या महामारी खत्म हो जाएगी। इसका मुकाबला करना होगा। खास बात यह है कि ट्रंप की इस रैली में शामिल हजारों लोगों में से ज्यादा बिना मास्क के नजर आए। ट्रम्प और उनके सहयोगियों ने भी मास्क नहीं लगाया। न ही इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। हालांकि, पहली बार किसी रैली में ट्रंप ग्लव्ज पहने नजर आए।
बाइडेन ने ट्रंप पर निशाना साधा
ट्रंप मिशिगन में थे तो डेमोक्रेट कैंडिडेट बिडेन मिनेसोटा पहुंचे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के सामनेट्रंप हथियार डाल चुके हैं। वे अब कोरोना से हो रही मौतों के लिए हमारे हेल्थ वर्कर्स को दोषी ठहरा रहे हैं। वे यह क्यों नहीं मान लेते कि उनकी एडमिनिस्ट्रेशन ने महामारी के हालात को बेहतर तरीके से नहीं संभाला। आप डॉक्टर्स और नर्स को कैसे कसूरवार ठहरा सकते हैं। वे रोज अस्पतालों और मेडिकल केयर सेंटर्स जाते हैं। अपनी जिंदगी खतरे में डालते हैं ताकि लोगों की जान बचाई जा सके।