वाशिंगटनः शिकागो एयरपोर्ट पर एक ऐसा मामला सामने आया है जिससे न सिर्फ सुरक्षा पर सवाल उठे हैं बल्कि कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों में दहशत का नज़ारा भी देखने को मिला है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय मूल का अमेरिकी व्यक्ति 36 वर्षीय आदित्य सिंह कोरोना संक्रमण फैलने के दौरान इतना घबरा गया था कि वो 3 महीने से एयरपोर्ट में भी छुपकर रह रहा था। आदित्य ने एयरपोर्ट ऑपरेशन मैनेजर का बैज चुराया था और यात्रियों और अन्य स्टाफ से खाना और पैसे मांगकर गुजारा कर रहा था।
एयरपोर्ट के सिक्योर सेक्शन में छुपा हुआ था
रिपोर्ट के मुताबिक आदित्य शिकागो एयरपोर्ट के सिक्योर सेक्शन में छुपा हुआ था। जब पुलिस ने उसे पकड़ा तो उसने बताया कि वो कोरोना संक्रमण की चपेट में आ जाने के खतरे को सोचकर डर गया था किये यात्रा करने से परहेज कर रहा था। मिली जानकारी के मुताबिक अपने घर आदित्य लॉस एंजीलिस से शिकागो पहुंचे थे और फिर बाहर न जाकर वह तीन महीनों से यहीं था। आदित्य को एयरपोर्ट से बीते हफ्ते गिरफ्तार किया गया है और अब उस पर चोरी, जालसाजी और दुराचार का मामला चल रहा है।
36 वर्षीय आदित्य सिंह को शनिवार को तब गिरफ्तार किया गया जब एयरलाइन स्टाफ ने उनसे अपनी पहचान बताने के लिए कहा। आदित्य ने जवाब में एक बैज की ओर इशारा किया, लेकिन ये बैज एक ऑपरेशन मैनेजर का था। उस मैनेजर ने अक्टूबर में अपना बैज खोने की शिकायत दर्ज कराई थी।
जज भी हुईं हैरान
आदित्य का कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड नहीं
असिस्टेंट पब्लिक डिफेंडर कर्टनी स्मॉलवुड के अनुसार, आदित्य सिंह लॉस एंजिल्स के एक उपनगर में रहते हैं और उनका कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड नहीं है। ये स्पष्ट नहीं है कि वो शिकागो क्यों आए थे। हालांकि उनपर एक हवाई अड्डे के प्रतिबंधित क्षेत्र में ग़लत तरीक़े से घुसने और चोरी का आरोप लगाया गया है। उन्हें ज़मानत के लिए 1,000 डॉलर भरने होंगे, तब तक के लिए उनपर हवाई अड्डे में घुसने पर रोक लगा दी गई है।
जज ओर्टिज़ ने कहा, ‘अदालत इन तथ्यों और परिस्थितियों को चौंकाने वाला मानती है कि इतने वक़्त तक ये होता रहा। लोगों की सुरक्षित यात्रा के लिए एयरपोर्ट का पूरी तरह से सुरक्षित होना ज़रूरी है, इसलिए मुझे लगता है कि ऐसे कथित कामों से वो शख़्स समुदाय के लिए ख़तरा बन गया।’ शहर के हवाई अड्डों की देखरेख करने वाले शिकागो विमानन विभाग ने एक बयान में कहा, “ये घटना जांच के दायरे में है, हालांकि हमने पाया कि इस सज्जन ने हवाई अड्डे या यात्रा करने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए किसी तरह का ख़तरा पैदा नहीं किया।’