
ओटावा : कनाडा के संसदीय चुनाव में लिबरल पार्टी और कन्जर्वेटिव पार्टी के बीच कड़ी टक्कर के बाद जस्टिन ट्रूडो एक बार फिर से प्रधानमंत्री बन चुके है। मीडिया प्रसारणकर्ताओं ने सोमवार को बताया कि ‘लिबरल पार्टी ऑफ कनाडा’ को बहुमत नहीं हासिल हुई है और अल्पमत की सरकार ही चलानी पड़ेगी। पार्टी ने 330 सीटों से चुनाव लड़ा था जिसमें से 156 सीटों में विजय प्राप्त की। वहीं दूसरी ओर एंड्रयू शीर और उनकी कन्जर्वेटिव पार्टी ने भी अच्छा प्रदर्शन करते हुए 122 सीटों पर जीत हासिल की है। यह जीत कन्जर्वेटिव पार्टी के लिए बड़ी उपलब्धि बतायी जा रही है।
ट्रूडो ने किया ट्वीट
ट्रूडो ने अपने ट्वीट में कनाडा की जनता को धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा कि हमारी पार्टी को सही मार्ग दिखाने और हम पर विश्वास रखने के लिए मैं आप सभी का शुक्रिया अदा करता हूं। हमारी टीम कनाडा और उनके लोगों के हित में काम करेगी। मालूम हो कि इसके पहले अपने चार वर्ष के कार्यकाल में ट्रूडो का दबदबा कनाडाई राजनीति में बना रहा लेकिन इस बार के 40 दिनों तक चलने वाले चुनाव प्रचार में उन्हें काफी मुश्किलाें का सामना करना पड़ा। जानकारी के अनुसार कनाडा के इतिहास में इसे सबसे निचले दर्जे का चुनाव प्रचार मुहिम बताया जा रहा है। हालांकि चुनावी पोल के पहले ही बता दिया था कि लिबरल पार्टी बहुमत से नहीं जीतेगी। पोल ने ट्रूडो की अल्पमत की सरकार बनाने की संभावनाएं जताई थी। ट्रूडो के लिए दूसरा कार्यकाल मुश्किल भरा होगा और महत्वपूर्ण फैसलों के लिए इन्हें अन्य राजनीतिक दलों पर निर्भर रहना पड़ेगा।
चुनिंदा उदारवादी नेताओं में ट्रूडो का नाम
ट्रूडो का नाम विश्व के चुनिंदा उदारवादी नेताओं में लिया जाता है। उन्होंने कंजर्वेटिव पार्टी के 10 साल के शासन को खत्म करके अपनी उदारवादी सरकार की स्थापना की थी। अपने पिता एवं दिवंगत प्रधानमंत्री पियर ट्रूडो की लोकप्रियता को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने 2015 में चुनाव जीता था।