ब्रिटेन: प्रधानमंत्री जॉनसन पर लगातार बढ़ रहा है दबाव

शराब खरीदने के लिए सुपरमार्केट ले जायी गयी थी पहियेदार सूटकेस
लंदन: ब्रिटिश प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास सह कार्यालय की मौजूदगी वाले डाउनिंग स्ट्रीट में शराब पार्टी होने का मामला जोर पकड़ने के बाद शनिवार को विपक्ष ने उन पर हमले तेज कर दिये। विपक्षी लेबर पार्टी के नेता सर केर स्टार्मर ने कहा कि ‘पार्टीगेट’ कांड से यह प्रदर्शित होता है कि जॉनसन धोखेबाजी के दोषी हैं और देश का नेतृत्व करने में अक्षम हैं। वहीं ‘द टाइम्स’ के लिए किये गये एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि 10 में से सात ब्रिटिश मतदाताओं को लगता है कि जॉनसन डाउनिंग स्ट्रीट में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाली एक पार्टी में शरीक होने के बारे में अपनी ओर से ईमानदार नहीं रहे हैं। इस संकट के बीच विपक्षी लेबर पार्टी के साथ-साथ कंजर्वेटिव पार्टी के भी कुछ सदस्यों ने जॉनसन के इस्तीफे की मांग उठाई है। सूत्रों के अनुसार जॉनसन के प्रधान निजी सचिव मार्टिन रेनॉल्ड्स की ओर से कई लोगों को लॉकडाउन के दौरान आयोजित हुई इस पार्टी में शामिल होने के लिए निमंत्रण मेल भेजा गया था। उस समय कोविड को फैलने से रोकने के लिए सार्वजनिक समारोह पर प्रतिबंध लगा हुआ था।
इस बीच ‘डेली मिरर’ समाचार पत्र ने यहां तक दावा किया गया है कि जॉनसन के नियमित कार्यक्रम इतने लोकप्रिय थे कि कर्मचारी ने ‘शराब पार्टी वाले शुक्रवारों’ के वास्ते व्हाइट वाइन, प्रोसेक्को, की बोतलों और बीयर को ठंडा रखने के लिए एक मोटी रकम खर्च की। डाउनिंग स्ट्रीट के सहायक शुक्रवार को एक पहियेदार सूटकेस के साथ एक स्थानीय सुपरमार्केट गये ताकि 34 बोतल वाली फ्रीज को भर सकें। वहीं, सरकार के कोविड कार्यबल की पूर्व प्रमुख केट जोसेफ्स ने 17 दिसंबर 2020 को नागरिक सेवा से विदाई के समय ब्रिटिश कैबिनेट कार्यालय में विदाई कार्यक्रम ‘ड्रिंक्स’ के लिए माफी मांग कर जॉनसन की मुसीबत और बढ़ा दी है क्योंकि उस वक्त इंग्लैंड में कड़े प्रतिबंध लागू थे।

शेयर करें

मुख्य समाचार

Radha Ashtami 2023: राधा अष्टमी पर अगर पहली बार रखने जा …

कोलकाता : हिंदू धर्म में भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की अष्टमी की तिथि को बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व माना गया है क्योंकि इस दिन भगवान आगे पढ़ें »

अक्‍टूबर में रहेगी व्रत-त्‍योहारों की धूम, जान लें कब पड़ेंगे नवर‍ात्रि, दशहरा

कोलकाता : चातुर्मास के दौरान कई महत्‍वपूर्ण व्रत-त्‍योहार पड़ते हैं. इसे त्‍योहारों का मौसम भी कहा जा सकता है। इस साल अधिकमास पड़ने के कारण आगे पढ़ें »

ऊपर