नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया की सरकार आजकल अपने एक कदम को लेकर चौतरफा आलोचना का सामना कर रही है। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने सेक्स एजुकेशन कैम्पेन से जुड़े दो वीडियो जारी किए थे लेकिन विवाद बढ़ने पर इन्हें वेबसाइट से हटाना पड़ा। असल में, ये ऑनलाइन कार्यक्रम स्कूली बच्चों को सेक्स संबंधी सहमति और यौन उत्पीड़न के बारे में जागरूक बनाने के लिए बनाया गया था। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने रिस्पेक्ट मैटर्स के तहत बच्चों में सेक्स संबंधी शिक्षा मुहैया कराने के लिए The Good Society की वेबसाइट पर करीब 350 वीडियोज, स्टोरीज और पॉडकॉस्ट जारी किए थे। इनका इस्तेमाल ऑस्ट्रेलिया के सभी स्कूलों में 14 से 17 साल तक के बच्चों को शिक्षित करने में किया जाता है। मगर सामाजिक कार्यकर्ताओं और सेक्स एजुकेशन एक्सपर्ट्स ने उन वीडियोज को लेकर चिंता जाहिर की जो कोई संदेश देने के बजाय उल्टा भ्रम पैदा करते हैं। असल में, सेक्स को लेकर सहमति संबंधी बात को लेकर जिन रूपकों का इस्तेमाल किया गया है, उन्हें लेकर लोग कड़ी आपत्ति जता रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना था कि ये वीडियो अपना संदेश पहुंचाने में नाकाम हैं और कन्फ्यूजन पैदा कर रहे हैं। मसलन, एक वीडियो में एक किशोर बच्ची बिना सहमति के अपने बॉयफ्रेंड के चेहर पर ‘मिल्कशेक’ पोत देती है। वहीं एक दूसरे वीडियो में एक लड़की सार्क के साथ तैरने में हिचक रही है जबकि उसका बॉयफ्रेंड इसके लिए राजी करने की कोशिश कर रहा है। एक्टिविस्टों ने इन दोनों वीडियो पर आपत्ति जाहिर की है। मिल्कशेक वाले वीडियो पर कहा जा रहा है कि इस तरह के रूपक का इस्तेमाल किसी की भावना की अवहेलना को जाहिर करता है। यह चिंताजनक है फिलहाल, ऑस्ट्रेलियाई सरकार के अधिकारियों ने इन वीडियो को वेबसाइट से हटा दिया है।
This is the government’s new video to educate teenagers on consent… and honestly, I think I actually know less about the issue after watching this. What’s going on?
Originally reported by @samanthamaiden
Full video here –https://t.co/hzxSFGWvKq pic.twitter.com/MflbzhDPZP
— Matilda Boseley (@MatildaBoseley) April 19, 2021