
नई दिल्ली : भारत के खिलाफ एफ-16 लड़ाकू विमान का इस्तेमाल करने पर पाकिस्तान को अमेरिका ने फटकार लगाई थी। अमेरिका की ओर से यह फटकार अगस्त महीने में लगाई गयी थी जिसका खुलासा अमेरिकी मीडिया ग्रुप ‘यूएस न्यूज एंड वर्ल्ड रिपोर्ट’ ने बुधवार को किया। इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत के खिलाफ हमले पर जवाब मांगते हुए पाकिस्तान को अमेरिकी प्रशासन की ओर से पत्र भी लिखा गया था। यह पत्र ट्रम्प प्रशासन के एक शीर्ष अफसर ने लिखा था जिसके तहत उन्होंने पाकिस्तान पर एफ-16 के इस्तेमाल के लिए सवाल उठाए थे। उन्होंने अमेरिका को सूचित किए बिना पाकिस्तान पर एफ-16 जेट के इस्तेमाल का आरोप लगाया। पत्र में पाकिस्तान की इस हरकत को दोनों देशों के आपसी सुरक्षा समझौते के खिलाफ बताया गया है।
कमांडर अभिनंदन ने किया था पाकिस्तान के विमान को नष्ट
मालूम हो कि फरवरी में सीआरपीएफ के जवानों पर कश्मीर के पुलवामा में हमला किया गया था जिसका मुंहतोड़ जवाब देते हुए भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी ठिकानों को बम गिरा कर तबाह कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से फिर हमला किया गया। इसी हमले में पाकिस्तान की वायुसेना ने एफ-16 लड़ाकू विमान का इस्तेमान किया था और एम्राम मिसाइलों के जरिए भारत के सैन्य बेसों को निशाना बनाने का प्रयास किया था। इस हमले की जवाबी कार्यवाई में भारतीय वायुसेना के कमांडर अभिनंदन ने वर्तमान पाकिस्तान के एक एफ-16 विमान को नष्ट कर दिया था। इस पर भारत ने अमेरिका को पाकिस्तान की ओर से युद्ध की पहल मानते हुए एफ-16 के इस्तेमाल की शिकायत की थी। हालांकि, अमेरिका ने तब पाकिस्तान से कोई सवाल नहीं किया था।
समझौते के तहत अमेरिका ने दिए पाकिस्तान को विमान
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान अमेरिका ने तय समझौते के तहत दिए हैं। दोनों देशों के बीच समझौता हुआ था कि बिना अमेरिका को सूचित किए पाकिस्तान इस विमान का इस्तेमाल नहीं कर सकता। न ही किसी देश के खिलाफ युद्ध भड़काने के लिए सीधी कार्रवाई में एफ-16 का इस्तेमाल किया जा सकता है। यहां तक कि एफ-16 विमान को किसी अन्य जगह ले जाने के लिए भी पाकिस्तान के लिए यह आवश्यक है कि वह अमेरिका को इसकी जानकारी दे। समझौते के अनुसार, पाकिस्तान द्वारा कहां और कैसे इस विमान का इस्तेमाल किया जाता है इसकी जानकारी भी विमान देने वाले कॉन्ट्रैक्टर्स को रहती है।
अनाधिकारिक ठिकानों पर रखे गए थे विमान
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के ट्रम्प प्रशासन में तत्कालीन अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री एंड्रिया थॉमसन ने अगस्त महीने में पाकिस्तान के एयर चीफ मार्शल मुजाहिद अनवर खान को पत्र लिखकर एफ-16 विमान के ठिकानों में परिवर्तन और एम्राम मिसाइलों का प्रयोग करने को लेकर सवाल पूछे थे। पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए एंड्रिया ने कहा कि जेट्स और मिसाइलों को ऐसे सैन्य ठिकानों पर तैनात किया गया जो कि आधिकारिक मान्यता प्राप्त नहीं थे। इससे ताकतवर हथियारों के आतंकवादियों के हाथ लगने का संकट बना रहता है। एंड्रिया ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को यह कहते हुए फटकार लगाई थी कि ऐसी हरकत दोनों देशों के आपसी सुरक्षा समझौते के खिलाफ है।