बेरूत : लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए भीषण विस्फोट के मद्देनजर देश में दो सप्ताह के आपातकाल की घोषणा की गयी है। विस्फोट में 100 से अधिक लोग मारे गए और लगभग 4,000 लोग घायल हो गये हैं। राष्ट्रपति मिशेल आउन ने बुधवार को यह घोषणा की। बेरूत के बंदरगाह पर एक हैंगर में संग्रहीत करीब 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट में मंगलवार शाम हुए सिलसिलेवार दो भीषण विस्फोटों ने पूरी दुनिया को हिला दिया। प्रधानमंत्री हसन दियाब ने बुधवार को ‘शोक दिवस’ मनाने का आह्वान किया। विस्फोट के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है।
इससे पहले
इससे पहले लेबनान के गृह मंत्री मोहम्मद फहमी ने कहा कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह धमाका कोई हमला था अथवा बेरूत पोत पर विस्फोटकों के भंडारण वाली जगह के कारण हुआ। बेरूत का पोत ऐसी जगह है जहां भारी मात्रा में विस्फोटकों का भंडारण किया जाता है। लेबनान के प्रधानमंत्री हसन दियाब ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि बेरूत धमाके के लिए जो लोग भी जिम्मेदार हैं उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी होगी।
आज जो कुछ भी हुआ उसके लिए सजा दी जायेगी
दियाब ने कहा, ‘ आज जो कुछ भी हुआ उसके लिए सजा दी जायेगी और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी।’ प्रधानमंत्री हसन दियाब ने मित्र देशों से लेबनान की मदद करने की अपील की है। उन्होंने कहा, ‘ हम जिम्मेदारी के साथ प्रत्येक स्तर पर सहयोग करने के लिए तैयार हैं। मैं आप सभी से लेबनान के घावों पर मलहम लगाने के लिए एकजुट होने की अपील करता हूं।’ इस भीषण धमाके के कारण बेरूत के रफीक हरीरी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को भी नुकसान पहुंचा है।
हर संभव मदद देने का आश्वासन
फ्रांस और इजरायल समेत कई अन्य देशों ने लेबनान को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। लेबनान की रेड क्रॉस और नागरिक सुरक्षा से जुड़ी टीमों को घटनास्थल की ओर रवाना कर दिया गया है। घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। कई लोगों के मलबे में दबे होने की भी आशंका है। स्थानीय अस्पतालों ने इस धमाके में घायल हुए लोगों को बचाने के लिए बड़ी संख्या में लोगों से रक्त दान करने की अपील की है।