
इस्लामाबादः कंगाली की चौखट पर खड़ा पाकिस्तान एक बार फिर हिंसा की आग की लपटों से झुलस रहा है। पाकिस्तान की सड़कों पर बीते तीन दिनों से कट्टर इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक के समर्थक आतंक मचाए हुए हैं। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प की वजह से पाकिस्तान जंग का अखाड़ा बन चुका है और इस खूनी जंग में अब तक सात लोगों की मौतें हो चुकी हैं और 300 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। पाकिस्तान में जो हिंसा की लपटें उठ रहीं हैं, उसके केंद्र में फ्रांस की पत्रिका में पिछले साल पैगंबर मोहम्मद के छपे वह विवादित कार्टून हैं, जिसे लेकर इमरान सरकार को फ्रांस के राजदूत को वापस भेजे जाने को लेकर कट्टरपंथी इस्लामिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान ने डेडलाइन दी थी। लेकिन प्रदर्शन से पहले ही पार्टी के प्रमुख साद हुसैन रिज्वी की गिरफ्तारी ने पाकिस्तान में गृहयुद्ध जैसे हालात पैदा कर दिए।सड़कों पर लोगों को हुजूम दिख रहा है। माना जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों को कुचलने के लिए इमरान सरकार ने सेना का भी सहारा लिया है और सेना और प्रदर्शनकारियों के बीच भी हिंसक झड़प की खबरें हैं। इससे जुड़े कई वीडियो-फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हैं।