बलिया: मनियर की बिंदी अब हर घर तक पहुंचने के लिए तैयार है। उत्तर प्रदेश सरकार के एक जिला, एक उत्पाद पहल के तहत बलिया की बिंदी को चयनित किया गया था, और अब इसे प्रमोट करने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने अमेजन से समझौता किया है। मनियर की बिंदी, जो पहले घर-घर में बनाई जाती थी, अब अमेजन जैसे प्रमुख ऑनलाइन मार्केटिंग प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगी। हालांकि, अभी तक कोई ऑर्डर प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन डिस्काउंट ऑफर्स के जरिए ग्राहकों को आकर्षित करने की कोशिश की जा रही है।
स्वयं सहायता समूहों का योगदान
जिले की दो प्रमुख स्वयं सहायता समूह—गड़वार की मां वैष्णो देवी और मुरली छपरा की जय बजरंग बली—ने बिंदी उत्पादन शुरू किया है। इन समूहों की सहायता से बिंदी की सप्लाई अब अमेजन पर की जा रही है। इन समूहों ने बिंदी के विभिन्न रंगों को सस्ते दामों पर उपलब्ध कराया है, और गाजीपुर के कारोबारियों ने भी बिंदी का ऑर्डर दिया है।
आर्थिक उन्नति और स्थानीय रोजगार
बलिया जिले में बिंदी का कारोबार प्रति माह करीब तीन लाख रुपये का है। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं का कहना है कि बिंदी बनाकर वे प्रति माह 2500 से 3000 रुपये कमा लेती हैं। मनियर, नगरा, और गड़वार की 35 से 40 महिलाएं इस काम से जुड़ी हैं, और उनकी बिंदी की आपूर्ति बलिया, मऊ, गाजीपुर, और बनारस तक होती है।
ऑनलाइन शॉपिंग से बढ़ेगा कारोबार
जिला ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला प्रबंधक अभिषेक रंजन का कहना है, “अमेजन पर बिंदी की बिक्री शुरू हो चुकी है। जबकि अभी तक कोई ऑर्डर नहीं मिला है, लेकिन ग्राहक उत्पाद को पसंद कर रहे हैं। सस्ते दामों पर बिंदी की बिक्री से कारोबार में वृद्धि की उम्मीद है।”
यह पहल मनियर की बिंदी को एक नई पहचान देने के साथ-साथ स्थानीय आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा दे रही है।