
उत्तर प्रदेश : किसी ने सच ही कहा है कि तोता अगर एक बार कुछ देख ले तो फिर भूलता नहीं है। तभी तो तोते की गवाही के बाद कोर्ट ने अभियुक्तों को सजा सुनाई है। घटना उत्तर प्रदेश के आगरा की है जहां 9 साल पहले हुई विजय शर्मा की पत्नी नीलम की हत्या के मामले में तोते की गवाही के बाद अब कोर्ट ने भांजे आशुतोष गोस्वामी और उसके दोस्त को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही 72 हजार रुपये का अर्थदंड जुर्माना लगाया है।
तोते ने खोला राज
महिला की मौत के बाद तोते का स्वभाव देख परिवार के लोगों को कुछ शक हुआ। जिसके बाद एक दिन पति विजय और बेटी तोते के सामने रोने लगे और उसे गुस्से में कहा कि ‘नीलम की हत्या हो गई और तुम कुछ नहीं कर सके, बताओ किसने नीलम को मारा।’ इसके बाद विजय ने तोते के आगे उन सभी लोगों के नाम लिए जिन पर उन्हे शक था, जैसे ही उन्होंने भांजे आशू का नाम लिया तो वो जोर-जोर से चिल्लाने लगा। तोतो आशू का नाम सुनते ही आशू-आशू चिल्लाने लगा। इसके बाद विजय शर्मा ने पुलिस को इस बारे में बताया, जिसके बाद पुलिस ने जब आशू को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो वो टूट गया और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी ने अपने दोस्त रॉनी मैसी के साथ इस हत्याकांड को अंजाम दिया था।
पैसों के लालच में किया खून
नीलम अपने भांजे को बेटे से भी ज्यादा प्यार करती थी। नीलम की बेटी निवेदिता ने बताया कि आशू उनकी बुआ का लड़का था. मां उसे बहुत प्यार करती थी. उसका हमेशा घर पर आना जाना लगा रहता था। आशू को घर पर रखी हर चीज के बारे में पता था। पैसों के लालच में आकर ही उसने मां के खून की साजिश रची। लालच में अंधे आशू ने नीलम पर 14 बार चाकू से वार किया था।