
ओमिक्रॉन की दहशत के बाद भी वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज नहीं है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर सरकार ने राज्य के सभी 38 जिलों को अलर्ट पर रखा है। बड़ा टास्क दिया जा रहा है जिससे वैक्सीनेशन में तेजी आए। अब तक बिहार में कुल 8,89,20,054 लोगों को वैक्सीनेशन कराया गया है। सरकार का टारगेट है कि अधिक से अधिक आबादी को कोरोना वैक्सीन देकर सेफ कर लिया जाए। वैक्सीनेशन में मनमानी करने वालों को अब खोज खोजकर वैक्सीनेट किया जाएगा।
बिहार में वैक्सीन की रफ्तार
बिहार में शनिवार 11 दिसंबर को दिन में 12 बजे तक 1,05,194 लोगों ने वैक्सीनेशन कराया है। अब तक कुल 8,89,20,054 लोगों ने बिहार में कोरोना की वैक्सीन ली है। इसमें पहली डोज लेने वालों की संख्या 5,58,53,377 है जबकि 3,30,66,677 लोगों ने दूसरी डोज ली है। सरकार लोगों को जागरूक कर रही है कि वह वैक्सीनेशन की दोनों डोज लेकर परिवार के साथ समाज को सुरक्षित करें।
अब की जायेगी सख्ती
वैक्सीनेशन की पात्रता होने के बाद भी वैक्सीनेशन में मनमानी करने वालों से सख्ती दिखाई जा रही है। एक-एक परिवार को सुरक्षित करने के साथ समाज को भी सुरक्षित करने पर जोर दिया जा रहा है। ऐसे लोगों की तलाश करने का आदेश दिया जा रहा है और सख्ती दिखाई जा रही है जो संक्रमण के खतरे के बाद भी वैक्सीनेशन में मनमानी कर रहे हैं। बिहार के 38 जिलों के जिला प्रशासन को आदेश दिया है कि वह हर हाल में वैक्सीनेशन की विशेष ड्राइव चलाकर लोगों को कोरोना का टीका लगवाएं। किसी भी दशा में कोई ऐसा परिवार नहीं छूटना चाहिए जो कोरोना का टीका नहीं लिया हो।
वैक्सीनेशन में पीछे रह गये जिलों को चेतावनी
वैक्सीनेशन में पीछे चल रहे जिलों को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगातार चेतावनी दी जा रही है। गांव और पंचायत स्तर पर वैक्सीनेशन की मॉनिटरिंग करने का आदेश जारी किया जा रहा है। कोरोना सुरक्षा को लेकर लोगों में जागरूकता लाने और वैक्सीनेशन का आंकड़ा बढ़ाने को लेकर लोगों पंचायत चुनाव के मतदाता सूची के आधार पर सर्च किया जा रहा है। सरकार ने आदेश जारी किया है कि पहली डोज लेकर दूसरी डोज में मनमानी करने वालों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाया जाए।