भूलकर भी एक साथ न खाएं ये चीजें, बन जाती हैं जहर के समान

आयुर्वेद की माने तो ऐसे कई पदार्थ हैं जो एक साथ खाने से हमारे सेहत के लिए नुकसानदायक बन सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार खाना और खाने के समय का सही से पालन करना बेहद लाभदायक साबित हुआ है। हमें पता भी नहीं चलता और ये खाना शरीर के अंदर जाकर हमें कई मायनों में बहुत नुकसान पहुंचाता है।
ऐसा खाना उस खराब हो गए खाने समान है जो हम बचने के बाद या खराब होने के बाद बाहर फेंक देते हैं। जिस तरह से कभी-कभी यह खाना जानवरों को नुकसान पहुंचाता है, हमारे लिए भी उतना ही खतरनाक है। हमें खाने में अलग-अलग तरह की चीजें खाना बेहद पसंद होता है। चाहे वह एक साथ ही क्यों ना मिल जाए लेकिन यह थोड़ा अटपटा लग सकता है क्योंकि कई ऐसी चीजें होती हैं, जो हम एक साथ नहीं खा सकते। अक्सर आपने लोगों को या स्पेशलिस्ट को यह कहते हुए सुना होगा कि एक साथ यह ना खाएं, एक साथ वह ना खाएं। इसका मतलब खाने में ऐसी कई चीजें होती हैं जो एक साथ या एक ही समय पर नहीं खाना चाहिए। कई चीजें तो ऐसी होती हैं जो एक साथ खाने से जहर के समान बन जाती है जैसे
घी और शहद: घी और शहद कभी साथ में नहीं खाना चाहिए। यहां तक कि पानी में मिलाकर भी शहद और घी का सेवन नुकसानदेह हो सकता है। घी या तेल या मक्खन में शहद जहर बन जाता है। एक तो शहद की तासीर गर्म होती है। इसे किसी गर्म चीज के साथ नहीं खाना चाहिए नहीं, तो ये हमारे लिए पेट की समस्या पैदा कर देगा। मीट व मछली के साथ भी शहद का सेवन नहीं करना चाहिए। शहद का इनके साथ सेवन करने से हमारे शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ जाते है, जिससे दृष्टिहीनता व कानो पर भी असर हो सकता है और हमें सुनना भी बंद हो सकता है।
शहद और मूली: शहद के साथ मूली का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे भी हमारे शरीर के टॉक्सिन्स बढ़ जाते हैं, जिससे बॉडी पार्ट्स खरब होने के आशंका बढ़ जाती है, इसलिए मूली के साथ शहद का सेवन कभी भी नहीं करना चाहिए।
शहद और दही: शहद को कभी भी दही में मिलकर नहीं खाना चाहिए। इससे गैस, एलर्जी और किसी भी तरह की स्किन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा आप चीनी के साथ कभी भी शहद न खाये। यह खाना ऐसा होगा जैसे अमृत के साथ जहर को खाना।
इन्‍हें भी एक साथ मिलाकर न खाएं
मछली के साथ काली मिर्च कभी नहीं खानी चाहिए। मछली खाने के बाद काली मिर्च खाने से नुकसान होने की आशंकाएं बढ़ जाती हैं। तिल के साथ कभी भी पालक का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से डायरिया होने का खतरा बढ़ जाता है। 10 दिन तक यदि कांसे के बर्तन में घी रख दी गई है, तो उसके बाद उस घी को नहीं खाना चाहिए। पीले छतरी वाले मशरूम को सरसों के तेल में नहीं पकाना चाहिए और ना ही खाना चाहिए। ठंडे पानी के साथ घी, तेल, खरबूज, अमरूद, खीरा, जामुन और मूंगफली कभी नहीं खानी चाहिए।
​ये चीजें एक साथ जहर समान हैं
खीर के साथ सत्तू, शराब, खटाई और कठहल का सेवन कभी नहीं करना चाहिए। पके हुए चावल के साथ सिरका नहीं खाना चाहिए। इसके परिणाम घातक हो सकते हैं। दही और खट्टे फल एक साथ कभी नहीं खाने चाहिए। इसमें अलग-अलग एंजाइम मौजूद होते हैं, जिससे ये दोनों एक साथ पचाने में मुश्किल होता है। अगर हम देखें तो दही और मछली की तासीर एकदम अलग अलग है, मतलब कि दही ठंडा है और मछली गरम होती है। अक्सर लोगों को पूरी या पराठे के साथ दही खाना बेहद पसंद होता है, लेकिन तली और भुनी चीजों को दही के साथ नहीं खाना चाहिए। दही में मौजूद एंजाइम फैट को पचाने में दिक्कत पैदा करता है।

 

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