
नई दिल्ली : मोटापा को कम करने के लिए इन दिनों बैरिएट्रिक सर्जरी खासा चलन में है, लेकिन यह सर्जरी स्वास्थ के लिए काफी नुकसानदेह भी है। जी हां वजन कम करने की सर्जरी आपकी हड्डियां कमजोर कर सकती हैं।
स्लिम बॉडी के लिए चलन में है बैरिएट्रिक सर्जरी
आंकड़ों के मुताबिक आजकल अधिक वजन से परेशान दस से 12 प्रतिशत लोग वजन कम करने के लिए बैरिएट्रिक सर्जरी का सहारा ले रहे हैं। भारत में मोटापा कम करने के लिए यह सर्जरी काफी चलन में है, अस्पतालों को इससे फायदा भी हो रहा है , लेकिन सर्जरी कराने वाले अधिकांश लोगों को पोस्ट सर्जरी के बाद सेहत पर पड़ने वाले हानिकारण प्रभावों की जानकारी नहीं होती।
हड्डियां होती हैं कमजोर
ये बातें लांस एंजिल्स से प्रकाशित एक रिपोर्ट में सामने आई हैं। जर्नल जेबीएमआर प्लस में प्रकाशित एक रिपोट में कहा गया है कि वजन घटाने के लिए कराई जाने वाली सर्जरी के बाद हड्डियों की संरचना में बदलाव होने लगता है, और यह सर्जरी के बाद वजन में स्थिरता आने के बावजूद बंद नहीं होता।
नवीनतम तकनीक है स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक पोषण संबंधी कारक , हार्मोन , शारीरिक अवसंरचना के तत्वों में समय के साथ होने वाला बदलाव और बोन मैरो की वसा हड्डियों के कमजोर या मजबूत होने का कारण हो सकते हैं। ज्यादातर अध्ययनों में रौक्स एन वाई गैस्ट्रिक बाइपास सर्जरी के प्रभावों का अध्ययन किया गया है। दुनिया भर में वजन घटाने के लिए यह सर्जरी की प्राथमिकता रही है, लेकिन हाल ही में इसकी जगह स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी ने ले ली है, लेकिन इस नवीनतम सर्जरी के प्रभावों को लेकर अभी और शोध जारी हैं।