

निधि, सन्मार्ग संवाददाता
बारासात: पश्चिम बंगाल के बारासात अंचल, जिसमें बारासात, मध्यमग्राम, दत्तोपुकुर और हृदयरपुर जैसे संलग्न इलाके शामिल हैं, यहाँ की काली पूजा का आयोजन कोलकाता की दुर्गा पूजा की तरह ही भव्य होता है। इन इलाकों में पूजा देखने के लिए लाखों की संख्या में भीड़ उमड़ती है। इस वर्ष भी, इन क्षेत्रों में भारी भीड़ जुटी, जिसने बारासात जिला पुलिस के लिए कानून व्यवस्था बनाए रखने की एक बड़ी चुनौती पेश की। हालांकि, पुलिस की अभूतपूर्व सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के कारण यह विशाल उत्सव पूरी तरह से शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।
पुलिस की 'जीरो टॉलरेंस' नीति और गिरफ्तारियां उत्सव के दौरान कहीं भी छोटी-मोटी गड़बड़ी या अव्यवस्था की शिकायत मिलते ही बारासात पुलिस ने 'जीरो टॉलरेंस' की नीति अपनाते हुए तुरंत कार्रवाई की। माहौल को बिगड़ने से रोकने के लिए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके से ही कुल 230 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, ये सभी गिरफ्तारियां निवारक (प्रीवेंटिव) थीं, जिसका उद्देश्य केवल शांति भंग करने की कोशिश करने वाले तत्वों पर लगाम लगाना था। पुलिस की इस सख्त और त्वरित कार्रवाई ने किसी भी बड़ी अप्रिय घटना को होने से रोक दिया।
विशाल पुलिस बल और वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी चार दिनों तक चले इस भव्य उत्सव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता रखने के लिए बारासात पुलिस जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में एक विशाल बल तैनात रहा। इस दल में कुल 2600 पुलिसकर्मी शामिल थे, जिनमें तीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 16 डीएसपी और 38 इंस्पेक्टर जैसे वरिष्ठ अधिकारी लगातार ड्यूटी पर तैनात रहे। पुलिस बल के साथ ही, एनसीसी कैडेट्स और सिविक वॉलेंटियर भी भीड़ प्रबंधन और सहायता कार्यों में सक्रिय रहे।
भीड़ नियंत्रण और व्यवस्था लाखों की संख्या में उमड़ी दर्शकों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्य सड़कों और शहर की अन्य गलियों में भी व्यापक बैरिकेडिंग की व्यवस्था की थी। इस प्रभावी ट्रैफिक और भीड़ नियंत्रण योजना के कारण, पूजा घूमने आए लोगों को सुचारू रूप से आवाजाही करने में मदद मिली।
पुलिस अधीक्षक ने जताई खुशी बारासात की पुलिस अधीक्षक प्रतीक्षा झारखरिया ने सफलतापूर्वक संपन्न हुए इस उत्सव पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा, "हमें यह बताते हुए बेहद खुशी है कि काली पूजा उत्सव के दौरान हमारे पूरे अंचल में कहीं भी कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं घटी। यह पुलिस बल की सतर्कता और जनता के सहयोग का परिणाम है।" उन्होंने यह भी बताया कि इस दौरान पूजा कमेटियों ने भी पुलिस प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था और सहयोग की खुले दिल से सराहना की है।
बारासात पुलिस की इस कुशल रणनीति और त्वरित कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बड़े धार्मिक आयोजनों को भी प्रभावी प्रबंधन के जरिए सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाया जा सकता है।