

सन्मार्ग संवाददाता
बरानगर : बरानगर शंभुनाथ दास लेन में स्वर्ण व्यवसायी शंकर जाना की हत्या के मामले में पुलिस को पहले ही झारखंड का लिंक मिला था और आखिरकार बैरकपुर कमिश्नरेट पुलिस के डीडी की टीम ने 2 और अभियुक्तों को जमशेदपुर से गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लाकर बैरकपुर कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने इसके पहले संजय माइती, सुरजीत सिकदर को गिरफ्तार करने के बाद मंगलवार को पांचू सामंत सहित तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि लूट व हत्याकांड के इस मामले में और भी अभियुक्त शामिल हैं अतः पुलिस उन तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
लूट के लिए ही हत्या का मामला मान रही है पुलिस
डीसी डीडी चारु शर्मा ने बताया कि प्राथमिक छानबीन में सामने आ रहा है कि लूट के दौरान हमले से व्यवसायी की मौत हुई है। वहीं जांच के क्रम में यह भी सामने आ रहा है कि दमदम बेदियापाड़ा का रहने वाला संजय माइती पहले एक आपराधिक मामले में प्रेसीडेंसी जेल में बंद था। वहीं उसकी मुलाकात बिहार के कुख्यात अपराधी से हुई जिसके साथ संजय ने "गुरु-शिष्य" का रिश्ता बना लिया था। जेल में ही संजय ने अपने कथित गुरु के मिलकर बड़ा काम करने की योजना बनायी थी। कुछ महीनों पहले जेल से निकलने के बाद संजय बड़ी लूट को अंजाम देने के फिराक में था जिस क्रम में उसने सुरजीत और झारखंड के उक्त दोनों अभियुक्तों को भी शामिल किया। इसके लिए संजय व सुरजीत ने बरानगर व संलग्न इलाको में रेकी की और शंकर की दुकान को ही टार्गेट किया। बताया जा रहा है कि उन्होंने ही झारखंड से आये अभियुक्तों को शंकर की दुकान दिखायी थी और उसे चिह्नित करवाया था। घटना के दिन संजय बाइक लेकर दूर खड़ा था जबकि सुरजीत ने हमलावरों को दुकान दिखाई और फिर थोड़ी दूरी पर खड़ा हो गया। डकैती को अंजाम देने के बाद अपराधी पीछे के रास्ते से भागकर दमदम स्टेशन से ट्रेन पकड़कर फरार हो गये थे। पाँचू सामंत चोरी का सोना खरीदता था। फिलहाल पुलिस इन पांचों अभियुक्तों से पूछताछ कर लूटे गये सोने की बरामदगी की कोशिश कर रही है।