समय सीमा हुई पूरी, नकदी छोड़कर भागना पड़ा!

बरानगर लूट व हत्याकांड में दो फरार अ​भियुक्त गिरफ्तार
The deadline was over, I had to leave the cash and run away!
सांकेतिक फोटो
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सन्मार्ग संवाददाता

बरानगर : बरानगर में सोने की दुकान में हुई सनसनीखेज डकैती और व्यवसायी की नृशंस हत्या के मामले में पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। इस मामले के मुख्य साजिशकर्ता संजय दास समेत पहले ही पाँच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका था। अब, लूट में शामिल दो फरार अभियुक्तों को भी पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों फरार आरोपी बाप-बेटे बताए जा रहे हैं, जिन्हें ट्रांजिट रिमांड पर बैरकपुर लाया जा रहा है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन दोनों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई थी, क्योंकि ये लगातार अपना ठिकाना बदलकर पुलिस को चकमा दे रहे थे। गिरफ्तार किए गए ये फरार अभियुक्त, जो बाप-बेटे हैं, जेल में बंद एक अन्य अपराधी के रिश्तेदार बताए जाते हैं। जांचकर्ताओं का यह भी मानना है कि लूट की वारदात में हिस्सा लेने वाले इन दोनों के पास भी लूटा गया कुछ सोना मौजूद है, जिसकी बरामदगी के प्रयास जारी हैं।

15 मिनट में खत्म करना था ऑपरेशन

अभियुक्तों से पूछताछ के दौरान जो खुलासा हुआ है, वह किसी फिल्मी क्राइम थ्रिलर की कहानी से कम नहीं है। डकैतों ने इस पूरी वारदात को अंजाम देने के लिए एक कड़ी समय-सीमा (Time Limit) निर्धारित की थी। डकैती को केवल 15 मिनट के भीतर पूरा करने की योजना बनाई गई थी।

सीसीटीवी फुटेज ने इस बात की पुष्टि की है कि डकैतों का यह ऑपरेशन कितना सुनियोजित था। फुटेज के अनुसार, अपराधी ठीक दोपहर 3 बजकर 7 मिनट पर दुकान के भीतर दाखिल हुए और अपनी योजना के अनुसार 3 बजकर 22 मिनट पर दुकान से बाहर निकल गए।

The deadline was over, I had to leave the cash and run away!
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कैश छोड़कर भागे अपराधी

अपनी 15 मिनट की योजना को हर हाल में पूरा करने के दबाव में, अपराधी एक बड़ी गलती कर बैठे। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, दुकान के भीतर लगभग 1 लाख 90 हजार रुपये की नकदी मौजूद थी। हालांकि, समय कम होने और जल्द से जल्द दुकान से निकलने की हड़बड़ी में, लुटेरे इस भारी-भरकम नकदी को छोड़कर भाग निकले। नकदी को नजरअंदाज करना इस बात का प्रमाण है कि डकैतों के लिए समय पर दुकान से निकलना, लूटी गई सोने की मात्रा से भी ज्यादा महत्वपूर्ण था।

इस मामले की गहन जांच जारी है। पुलिस ने बताया कि इस गिरोह के तार खोजने और साक्ष्य जुटाने के लिए जेल में बंद एक अभियुक्त को भी जल्द ही रिमांड पर लिया जाएगा। इसके लिए कोर्ट में आवश्यक अर्जी दी जाएगी। पुलिस को उम्मीद है कि इस गिरोह के बाकी सदस्यों और लूटे गए सोने की बरामदगी के लिए जल्द ही अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आएंगी।

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