हुगली : पोलवा-दादपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत इलाके के कई खेतों में पानी भर गया है। इससे रबी सीजन की आलू की फसल पर खतरा मंडरा रहा है। बता दें कि डीवीसी द्वारा छोड़े गए पानी खेतों में जाने से सैकड़ों बीघा जमीन जलमग्न हो गई है, जिससे किसानों को आलू की खेती में भारी नुकसान होने की आशंका है। किसान खेत की मेड़ काटकर और पंप लगाकर पानी निकालने का कोशिश कर रहे हैं। महानाद ग्राम पंचायत के मेघसर मौजा सहित आसपास के कई इलाकों में सैकड़ों बीघा आलू की फसल पानी में डूब गई। हालांकि आलू की फसल में इस समय फलन शुरू हुआ है। ऐसे में फसल पानी में डूबे रहने से पौधे सड़ने की संभावना है।
किसानों ने जतायी चिंता
आलू किसानों काशीनाथ सामंत, नीलकंठ कोटाल और प्रियनाथ कोटाल ने खेतों में पानी भर जाने के कारण चिंता जतायी है। उन्होंने कहा कि डीवीसी का पानी शुक्रवार की रात से खेतों में आना ही शुरू हो गया था। हालांकि शनिवार की सुबह अधिकांश खेत जलमग्न हो गये। कई किसानों ने कोऑपरेटिव सोसाइटी से कर्ज लेकर आलू की खेती की थी। इस वर्ष बीज और खाद के दाम ज्यादा होने से खेती की लागत बढ़ गई है। अब किसानों को नुकसान की चिंता सता रही है। इसकी भरपाई कैसे होगी? इसे लेकर किसान चिंतित हैं। उन्होंने सरकार से नुकसान का आकलन कर उचित मुआवजा देने की मांग की है। बोरो धान की सिंचाई के लिए डीवीसी पानी छोड़ता है, लेकिन इस बार बैगर कोई सूचना के पानी छोड़ा गया है। हालांकि पानी खेतों में पहुंचने से पहले किसानों को कोई तैयारी का समय नहीं मिला।
महानाद ग्राम पंचायत के प्रधान ने यह कहा
महानाद ग्राम पंचायत के प्रधान शुभेंदु दास ने कहा कि किसानों ने हमें घटना की जानकारी दी। उन्होंने खुद जाकर हालात का जायजा लिया। डीवीसी का बांध टूटने से पानी खेतों में घुसा है। उन्होंने बताया कि सैकड़ों बीघा आलू की फसल जलमग्न हो गई है। हालांकि किसानों ने कर्ज लेकर खेती की थी। डीवीसी ने बिना सूचना के पानी छोड़ा है जिससे किसान काफी चिंतिंत है। मैंने बीडीओ और सीओ को जानकारी दी है और किसानों को उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है।