
नई दिल्ली : कभी न कभी जीवन में हर किसी का दिल टूटता है। लेकिन ब्रेकअप का नाता सिर्फ दिल से नहीं है। रिसर्च कहते हैं कि इसका असर सिर्फ दिल पर नहीं बल्कि पूरे शरीर में होता है। वर्ष 2011 के एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक दिल के टूटने पर ठीक उसी तरह की भावनाएं दिमाग में उत्पन्न होती हैं, जिस तरह से आपके शरीर में बहुत तेज़ दर्द होने पर होती हैं। रिसर्चर मेघन लौस्लोकी की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये असर पूरे शरीर पर होता है और स्वास्थ्य भी बिगड़ता है।
दिमाग पर असर
दिमाग पर इसका असर उसी तरह का असर होता है जैसे कोकेन या किसी अन्य ड्रग को छोड़ने पर किसी ड्रग एडिक्ट का होता है। पुरानी तस्वीर देखती हैं या फिर एक्स से बातचीत करती हैं तो दिमाग में कई निगेटिव इमोशन आते हैं। एक अमेरिकी मैग्जीन ग्रेटर गुड की रिसर्च के मुताबिक ब्रेकअप के बाद दिमाग के कुछ हिस्से सही तरह से काम नहीं करते हैं और इंसान काफी ज्यादा कन्फ्यूज हो जाता है।
शरीर पर असर
एक अन्य रिसर्च के मुताबिक दिल टूटने के बाद भूख कम लगना और वजन घटने या फिर बढने जैसी समस्या भी होती है। रोज़ाना की गतिविधियां भी नहीं हो पाती। नींद से जुड़ी समस्याएं भी हो जाती हैं। ब्रेकअप के बाद शरीर में एड्रालिन और कोर्टिसॉल जैसे हार्मोन की मात्रा काफी बढ़ जाती है और इससे नींद आने में परेशानी होती है।
रिश्ता टूटने का दर्द कब तक कम होता है
ब्रेकअप से उबरने में लगभग तीन महीने का समय लगता है, लेकिन अधिक समय लगता है तो शरीर और दिमाग ज्यादा परेशान होगा और साथ ही साथ उसे स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं बढ़ जाएंगी।
ब्रेकअप के बाद करें ये काम
1. खुद को व्यस्त रखें।
2. दुबारा जुड़ने से बचें, ब्रेकअप का दुख कम करने के लिए किसी और के साथ इन्वॉल्व न हों।
4. अपने आत्म सम्मान का ध्यान रखें। बार-बार किसी को कॉल ना करें और गलत रिश्ते में ना जाएं।
5. कहीं और घूमने जाएं।
6. कोई क्लास या जिम ज्वाइन करें।
7. बाहर निकलने की कोशिश करें।