नयी दिल्ली : नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो एअरलाइंस पर 40 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। पायलट ट्रेनिंग में अन-क्वालिफाइड फ्लाइट सिमुलेटर के इस्तेमाल करने की वजह से ये एक्शन लिया गया है।
1700 पायलटों की ट्रेनिंग ‘उचित’ सिमुलेटर्स पर नहीं हुई
जांच में पाया गया कि करीब 1700 पायलटों की ट्रेनिंग कैटेगरी सी एअरपोर्ट्स जैसे कलिकट, लेह और काठमांडू हवाई अड्डों पर नियमों के अनुसार बताए गए सिमुलेटरों पर नहीं हुई। डीजीसीए ने 11 अगस्त 2025 को ट्रेनिंग डायरेक्टर को शो कॉज नोटिस जारी किया था। इंडिगो ने 22 अगस्त को इसका जवाब दिया लेकिन इसे संतोषजनक नहीं पाया गया, इसलिए पेनल्टी लगायी गयी। इंडिगो ने चेन्नै, दिल्ली, बेंगलुरू, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम और हैदराबाद में 20 सिमुलेटरों पर ट्रेनिंग करायी। ये सिमुलेटर CAE सिमुलेशन ट्रेनिंग प्राइवेट लिमिटेड (CSTPL), फ्लाइट सिमुलेशन टेक्निक सेंटर (FSTC), AAG सेंटर फॉर एविएशन ट्रेनिंग (ACAT) और एअरबस जैसे कंपनियों के थे लेकिन कैटेगरी सी एअरपोर्ट्स के लिए क्वालिफाइड नहीं थे।
फ्लाइट ऑपरेशंस डायरेक्टर और कंपनी पर 20-20 लाख की पेनल्टी
कैटेगरी सी एअरपोर्ट्स में लैंडिंग की मुश्किलें होती हैं, इसलिए स्पेशल सिमुलेटर ट्रेनिंग जरूरी है। DGCA ने कहा कि ट्रेनिंग डायरेक्टर ने सभी नियमों का पालन सुनिश्चित नहीं किया। इसके लिए फ्लाइट ऑपरेशंस डायरेक्टर भी जिम्मेदार थे। एअरक्राफ्ट रूल्स 1937 के तहत दोनों पर 20-20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इंडिगो को 30 दिन में ये राशि जमा कराने की नोटिस दी गयी है। इंडिगो इस अवधि में नागर विमानन संयुक्त महानिदेशक (JD-DGCA) से अपील भी कर सकती है।