

सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : मध्य अंडमान के रंगत क्षेत्र स्थित हवा महल पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद स्थानीय जनता और पंचायती राज सदस्यों ने पुल की तत्काल और स्थायी मरम्मत की मांग उठाई है। यह पुल उत्तर और मध्य अंडमान को जोड़ने वाली एक अहम कड़ी है, जो न केवल यातायात बल्कि आपातकालीन सेवाओं के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
यह पुल 19 अक्टूबर 2025 की सुबह भारी भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था। मिट्टी खिसकने से पुल का एक हिस्सा धंस गया, जिससे घंटों तक यातायात पूरी तरह बाधित रहा। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने अस्थायी मरम्मत कर पुल को सीमित रूप से चालू किया, लेकिन स्थानीय लोगों ने इस अस्थायी उपाय को असुरक्षित और अस्थायी समाधान करार दिया।
दशरथपुर के प्रधान, प्रमुख व ग्रामीणों ने रंगत के सहायक आयुक्त (एसी) से मुलाकात कर पुल की शीघ्र स्थायी मरम्मत के साथ-साथ दशरथपुर गांव की सड़क निर्माण की भी मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने यह मुद्दा तहसीलदार और एसी कार्यालय में कई बार उठाया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
एक पंचायती राज सदस्य ने कहा, "हमने बार-बार प्रशासन को स्थिति की गंभीरता बताई है। यदि पुल की जल्द मरम्मत नहीं की गई, तो बड़ा हादसा हो सकता है।"
वहीं, कौशल्या नगर से बेटापुर तक के ग्रामीणों ने मरम्मत कार्य में ठेकेदार की लापरवाही पर भी नाराज़गी जताई। उनका कहना है कि पुल की देखरेख और समय पर मरम्मत की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
सूत्रों के अनुसार, सहायक आयुक्त ने राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (NHIDCL) को निर्देश दिया है कि मरम्मत कार्य बिना किसी देरी के शुरू किया जाए। प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया है कि सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए स्थायी समाधान पर तेजी से काम किया जाएगा।
हवा महल पुल के क्षतिग्रस्त होने से न केवल परिवहन बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और आपात सेवाओं पर भी असर पड़ा है। जनता अब प्रशासन से त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की उम्मीद कर रही है।