बकुलतला विद्यालय में शिक्षकों की कमी पर पंचायत ने दी चेतावनी

बकुलतला विद्यालय में शिक्षकों की कमी पर पंचायत ने दी चेतावनी
Published on

संजीव, सन्मार्ग संवाददाता

श्री विजयपुरम : मध्य अंडमान के ग्राम पंचायत बकुलतला ने सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, बकुलतला में शिक्षकों और सहायक कर्मचारियों की भारी कमी को लेकर आगामी 10 नवंबर 2025 को सुबह 8 बजे विद्यालय परिसर के सामने धरना-प्रदर्शन आयोजित करने की घोषणा की है। ग्राम पंचायत बकुलतला के प्रधान नारायण मंडल ने शिक्षा निदेशक को भेजे पत्र में कहा है कि विद्यालय में वर्ष 2023-24 से ही लगातार स्टाफ की भारी कमी बनी हुई है, जिससे विद्यालय की शैक्षणिक और प्रशासनिक व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। पंचायत प्रधान ने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि विद्यालय में कई विषयों के शिक्षक लंबे समय से उपलब्ध नहीं हैं। विशेष रूप से पीजीटी (बंगाली), पीजीटी (इतिहास - हिंदी माध्यम) और पीजीटी (सामाजिक विज्ञान) के पद 2023-24 से रिक्त पड़े हैं, जिससे विद्यार्थियों को इन महत्वपूर्ण विषयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है। इसी तरह पीजीटी (भूगोल - बंगाली माध्यम) और पीजीटी (राजनीति विज्ञान - बंगाली माध्यम) के शिक्षक सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जिनकी जगह अब तक किसी की नियुक्ति नहीं की गई है। इसके अतिरिक्त, विद्यालय में पीटी (महिला शिक्षिका) का पद भी लंबे समय से खाली है, जिससे छात्राओं की खेल गतिविधियों और शारीरिक शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। जीटीटी (बंगाली) और जीटीटी (सामाजिक विज्ञान) के रिक्त पदों के कारण कक्षा शिक्षण भी बाधित हो रहा है। इतना ही नहीं, विद्यालय में आईसीटी शिक्षक की अनुपस्थिति से विद्यार्थियों को डिजिटल साक्षरता और आधुनिक तकनीकी शिक्षा से वंचित रहना पड़ रहा है। पंचायत ने यह भी बताया है कि केवल शिक्षकों की ही नहीं, बल्कि प्रशासनिक कर्मचारियों की भी भारी कमी है। विद्यालय में कंप्यूटर इंस्ट्रक्टर (सीआई), मल्टी-टास्किंग स्टाफ (एमटीएस), लोअर ग्रेड क्लर्क (एलजीसी) और हायर ग्रेड क्लर्क (एचजीसी) के पद रिक्त हैं, जिससे विद्यालय की दफ्तर व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो चुकी है। इस वजह से शिक्षकों को अतिरिक्त प्रशासनिक कार्य करने पड़ रहे हैं, जिससे उनके शिक्षण कार्य पर सीधा असर पड़ रहा है। पंचायत ने शिक्षा विभाग से मांग की है कि वह शीघ्र कार्रवाई करते हुए रिक्त पदों पर नए शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति करे, साथ ही अस्थायी व्यवस्था के तहत शिक्षण कार्य सुचारु बनाए रखे। पंचायत का कहना है कि विद्यालय के प्राचार्य ने भी इस विषय को लेकर विभाग से कई बार पत्राचार किया, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। पंचायत प्रधान ने चेतावनी दी है कि यदि 15 दिनों के भीतर इस दिशा में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया, तो पंचायत प्रतिनिधि और विद्यालय के छात्र मिलकर आंदोलन को और तेज करेंगे।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in