

हुगली : चांपदानी स्थित नॉर्थ ब्रुक जूट मिल में उत्पन्न हुआ गतिरोध और विवाद आखिरकार त्रिपक्षीय बैठक में सुलझ गया है। इस समझौते के साथ ही मिल के श्रमिक शुक्रवार (आज) से सामान्य रूप से काम पर लौटेंगे, जिससे मिल का कामकाज एक बार फिर सुचारु रूप से शुरू हो सकेगा।
यह महत्वपूर्ण बैठक शुक्रवार को जॉइंट लेबर कमिश्नर तीर्थंकर सेनगुप्त की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में विधायक अरिंदम गुइन, तृणमूल ट्रेड यूनियन के नेता मनोज चक्रवर्ती और किशोर केवट, नौ यूनियनों के प्रतिनिधि, तथा मिल प्रबंधन की ओर से अमलेश मिश्रा और फ्रैंको घोष उपस्थित थे। सभी पक्षों ने अपनी-अपनी बात रखी और सौहार्दपूर्ण माहौल में समस्या का समाधान खोजा गया।
लंबी चर्चा के बाद, लेबर कमिश्नर ने यह निर्णय दिया कि मिल को उसी स्थिति में चलाया जाएगा, जिस स्थिति में वह 25 सितंबर को बंद हुई थी। यह फैसला श्रमिकों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है।
बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णय इस प्रकार हैं:
किसी भी मजदूर की छंटनी नहीं होगी: प्रबंधन ने श्रमिकों को आश्वस्त किया है कि किसी भी कर्मचारी को काम से नहीं निकाला जाएगा, जिससे उनकी रोजी-रोटी सुनिश्चित हो सकेगी।
कोई विभाग बंद नहीं होगा: यह स्पष्ट किया गया कि मिल के किसी भी विभाग को बंद नहीं किया जाएगा, जिससे उत्पादन और रोजगार सामान्य बना रहेगा।
बारह सरदारों का तबादला रद्द: विवाद का एक मुख्य कारण रहे बारह सरदारों के तबादले के निर्णय को तत्काल रद्द कर दिया गया है।
इन फैसलों के साथ ही, शुक्रवार से मिल का कामकाज सामान्य रूप से शुरू हो जाएगा।
यह भी तय किया गया कि मिल में उत्पन्न हुई अन्य छोटी-मोटी समस्याओं का समाधान भविष्य की बैठकों में किया जाएगा। इस समझौते ने श्रमिकों के हित और मिल के सुचारु संचालन को एक साथ सुनिश्चित किया है, जिससे क्षेत्र में एक बार फिर शांति और राहत का माहौल कायम हुआ है। यह समझौता दिखाता है कि बातचीत के माध्यम से बड़े से बड़े औद्योगिक विवादों को हल किया जा सकता है।