

कोलकाता : नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार के सदस्यों ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया कि वह 21 अक्टूबर को लाल किले पर फिर से राष्ट्रीय ध्वज फहराएं दोहराएं, जो कि आजाद हिंद की अंतरिम सरकार (संयुक्त भारत की पहली स्वतंत्र सरकार) की स्थापना के उपलक्ष्य में सात साल पहले किया गया था और इसे एक वार्षिक आयोजन बनाएं। प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजे गए एक ईमेल संदेश में (जिसकी एक प्रति राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को भी भेजी गई है) ‘द ओपन प्लेटफॉर्म फॉर नेताजी’ के संयोजक चंद्र कुमार बोस ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील की कि जब राष्ट्र 12 दिनों में आजाद हिंद सरकार की स्थापना की 82वीं वर्षगांठ मना रहा है तब लाल किले से तिरंगा फहराना ‘अनिवार्य’ बनाया जाना चाहिए।
क्या कहा चंद्र कुमार बोस ने
नेताजी के पौत्र और पूर्व भाजपा नेता बोस ने लिखा, ‘यह सराहनीय है कि आजाद हिंद सरकार की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ पर 21 अक्टूबर 2018 को माननीय प्रधानमंत्री जी आपने लाल किले पर ध्वजारोहण किया ताकि भारत की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले आजाद हिंद फौज के शहीदों और सैनिकों को सम्मान और पहचान दी जा सके।’ उन्होंने कहा, ‘चूंकि 21 अक्टूबर 2025 निकट आ रहा है, इसलिए बोस परिवार और हमारे महान राष्ट्र के लोगों की ओर से हमारा विनम्र अनुरोध है कि 21 अक्टूबर को लाल किले पर ध्वजारोहण को हर साल अनिवार्य बनाया जाना चाहिए।’