तृणमूल ने डॉ. शांतनु सेन और अराबुल को पार्टी से किया सस्पेंड
पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए दो नेताओं पर गिरी गाज
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राज्यसभा से पूर्व सांसद डॉ. शांतनु सेन और भांगड़ से तृणमूल नेता व पूर्व विधायक अराबुल इस्लाम को तृणमूल ने निलंबित कर दिया। पार्टी की अनुशासन कमेटी ने यह अहम फैसला लिया है। तृणमूल के प्रदेश उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजुमदार ने निलंबन की घोषणा की। जयप्रकाश मजुमदार ने कहा कि बैठक में चर्चा के बाद सर्वोच्च स्तर पर यह फैसला लिया गया। निलंबन के बाद पूर्व सांसद शांतनु सेन ने कहा कि पार्टी विरोधी मैंने क्या काम किया है यह मुझे खुद समझ में नहीं आया है। आरजी कर कांड के दौरान मैंने ऐसा क्या पार्टी विरोधी काम कर दिया। मैंने किसी आंदोलन को उकसावा नहीं दिया था। मेरे घर ना तो सीबीआई और ना ही ईडी की टीम पहुंची। किसी भ्रष्टाचार में मेरा नाम नहीं, फिर भी निलंबन क्यों ? मैं हमेशा पार्टी का निष्ठावान सैनिक रहा हूं। मैं निलंबित हुआ हूं, इसकी जानकारी मीडिया के माध्यम से मिली है। मुझे अनैतिक ढंग हटाया गया। मुझे प्रमाण के साथ बताया जाता कि मैंने पार्टी के नियमों से बाहर जाकर कुछ गलत किया है तो मैं निश्चित रूप से क्षमा मांग लेता। मगर अफसोस है कि मीडिया के माध्यम से सस्पेंड होने की जानकारी मिली है। आईएमए राज्य शाखा के सेक्रेटरी पद से भी मुझे अनैतिक रूप से हटाया गया।
अभी कुछ नहीं कहूंगा : अराबुल
सस्पेंड होने के बाद अराबुल से फोन पर संपर्क किया गया। उन्होंने कहा कि वह इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहते। बता दें कि पहली जनवरी को तृणमूल के स्थापना दिवस पर पार्टी का झंडा फहराने के दौरान अराबुल पार्टी के दूसरे गुट से उलझ गये थे। उस घटना के मद्देनजर भांगड़ के तृणमूल पर्यवेक्षक और कैनिंग पूर्व से विधायक सौकत मोल्ला ने अराबुल पर कई आरोप लगाये थे। उन्होंने कहा था कि इस घटना की जानकारी पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को देंगे। घटना के 10 दिनों में अराबुल को निलंबित किया गया।
भांगड़ में मनी दिवाली, बंटीं मिठाइयां
इधर जैसे ही अराबुल के पार्टी से निष्काषित होने की खबर आयी, कुछ लोगों ने पटाखे फोड़े, एक दूसरे का मुंह मीठा किया। इलाके में मिठाइयां बांटीं। बताया जाता है कि ये दूसर गुट से जुड़े लोग थे।उल्लेखनीय है कि आरजी कर कांड के दौरान शांतनु के कई बयानों से विवाद उत्पन्न हुए थे। उस दौरान उन्हें प्रवक्ता पद से हटाया गया था। वहीं दूसरी ओर पार्टी के स्थापना दिवस पर एक कार्यक्रम को केंद्र कर भांगड़ में अराबुल इस्लाम और विधायक सौकत मोल्ला के समर्थक भिड़ गये थे।
‘मेरे घर न सीबीआई आयी और ना ही ईडी की टीम फिर भी’…
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