

सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के सांसद बिष्णु पद रे ने उत्तर एवं मध्य अंडमान में सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस अवसर पर उनके साथ उर्मिलापुर पंचायत समिति सदस्य बिष्णु पद मोंडल और कालीकट ग्राम प्रधान यघंबरम भी उपस्थित थे। तीनों प्रतिनिधियों ने राज्य परिवहन सेवा (एसटीएस) निदेशक से मुलाकात कर क्षेत्र में बस सेवाओं के विस्तार, सुधार और मानव संसाधन की कमी से जुड़ी समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की।
बैठक के दौरान राज्य परिवहन सेवा निदेशक ने सांसद को जानकारी दी कि जनवरी 2026 के अंत तक सात नई बसें एसटीएस बेड़े में शामिल की जाएँगी। इनमें से दो-दो बसें रंगत, मायाबंदर और डिगलीपुर को दी जाएँगी, जबकि एक बस बाराटांग क्षेत्र के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। इस कदम से उत्तर और मध्य अंडमान के ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में परिवहन नेटवर्क को नई गति और मजबूती मिलेगी।
निदेशक ने बताया कि विभाग मानव संसाधन की कमी को दूर करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। इस दिशा में 73 चालकों और 96 बस परिचालकों को गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM) के माध्यम से अनुबंध पर नियोजित किया जा रहा है। इन कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन अधिनियम के तहत मान्य वेतन दिया जाएगा ताकि वे नियमित और प्रेरित रह सकें। इसके अलावा, सहानुभूति आधार पर 18 पात्र व्यक्तियों की नियुक्ति की गई है, जो पिछले 20 वर्षों में पहली बार हुआ है। यह पहल परिवहन विभाग की सामाजिक संवेदनशीलता और स्थानीय लोगों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
बैठक में कालीकट ग्राम प्रधान यघंबरम ने अपने क्षेत्र के लिए नए बस मार्ग की आवश्यकता पर जोर दिया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य परिवहन निदेशक ने कहा कि विभाग वर्तमान बस मार्गों की समीक्षा कर रहा है और यात्री मांग के आधार पर आवश्यक संशोधन एवं नई रूट व्यवस्था की जाएगी।
सांसद बिष्णु पद रे ने परिवहन निदेशक और उनकी टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि विभाग का यह तत्पर और सकारात्मक दृष्टिकोण उत्तर एवं मध्य अंडमान के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि नई बसों की तैनाती और मानव संसाधन की पूर्ति से लोगों को बेहतर और नियमित परिवहन सुविधा मिलेगी, जिससे ग्रामीण इलाकों में आवागमन सुगम होगा।
अंत में, सांसद ने विभाग को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रशासनिक प्रतिबद्धता और जनसहयोग से अंडमान के परिवहन तंत्र में आने वाले समय में व्यापक सुधार देखने को मिलेंगे।