

निधि, सन्मार्ग संवाददाता
बारासात : समाज में शिक्षा के महत्व को समझते हुए और आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि के मेधावी छात्रों के भविष्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से, बारसात की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद डॉ. काकली घोष दस्तीदार ने एक प्रशंसनीय और अनूठी पहल की है। सांसद ने औपचारिक रूप से 'एमपी शिक्षा मिशन' नामक एक नई परियोजना की शुरुआत की है, जिसके तहत स्थानीय छात्रों के लिए 'फ्री ट्यूशन क्लास' की व्यवस्था की गई है।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना का आधिकारिक उद्घाटन बारसात के प्रतिष्ठित विद्यासागर ऑडिटोरियम (सभागार) में सांसद डॉ. घोष दस्तीदार के हाथों संपन्न हुआ। इस पहल को क्षेत्र के शिक्षाविदों और स्थानीय निवासियों द्वारा व्यापक रूप से सराहा जा रहा है।
परियोजना का मुख्य लक्ष्य
सांसद डॉ. काकली घोष दस्तीदार ने परियोजना के शुभारंभ के अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आर्थिक तंगी के कारण किसी भी मेधावी छात्र-छात्रा का शैक्षणिक सफर बाधित न हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिक्षा ही समाज में वास्तविक और स्थायी परिवर्तन की कुंजी है, और इस मिशन के माध्यम से प्रत्येक छात्र को अपने सपनों को पूरा करने का समान अवसर मिलना चाहिए।
मुफ्त कोचिंग की व्यवस्था
'एमपी शिक्षा मिशन' के तहत, माध्यमिक (Secondary) और उच्च माध्यमिक (Higher Secondary) स्तर के छात्रों को पूरी तरह से निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी। इन कक्षाओं में छात्रों को पढ़ाने के लिए क्षेत्र के विभिन्न विषयों के जाने-माने और अनुभवी शिक्षक-शिक्षिकाओं की एक टीम को शामिल किया गया है, जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करेगी।
कक्षाओं का संचालन और भविष्य की योजना
फिलहाल यह तय किया गया है कि माध्यमिक और उच्च माध्यमिक की कक्षाओं का आयोजन प्रत्येक रविवार को बारसात गवर्नमेंट कॉलेज के परिसर में किया जाएगा। यह स्थान छात्रों की पहुँच के लिए सुविधाजनक है।
डॉ. घोष दस्तीदार ने अपनी भविष्य की योजनाओं का भी खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 'एमपी शिक्षा मिशन' का विस्तार करते हुए आने वाले समय में जिले के छात्रों को देश की सबसे प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षाओं, जैसे आईएएस (IAS) और आईपीएस (IPS) की तैयारी के लिए आवश्यक ढांचागत सुविधाएँ और मार्गदर्शन प्रदान करने की भी योजना है।
स्थानीय निवासियों और अभिभावकों ने सांसद की इस पहल का गर्मजोशी से स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि यह परियोजना बारसात और आसपास के क्षेत्रों के अनगिनत आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों को एक नया जीवन और उज्जवल भविष्य की दिशा देगी।