

निधि, सन्मार्ग संवाददाता
बैरकपुर (उत्तर 24 परगना): उत्तर 24 परगना के इछापुर (Ichhapur) इलाके में गुरुवार की सुबह एक छोटी सी बात पर शुरू हुए विवाद ने खूनी मोड़ ले लिया। कंठाधार क्षेत्र में गाड़ी खड़ी करने जैसी मामूली बात पर हुई कहा-सुनी के बाद एक युवक की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव और सनसनी फैल गई है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मुख्य अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है।
मामूली विवाद बना हत्या का कारण
मृतक युवक की पहचान दिलीप दास (32) के रूप में हुई है, जो इछापुर के नवाबगंज बाजारपाड़ा इलाके का निवासी था। गुरुवार सुबह दिलीप अपने दोस्तों के साथ कंठाधार स्थित एक दुकान पर कचौड़ी खाने गया था। उन्होंने अपनी चार पहिया गाड़ी को कचौड़ी की दुकान के ठीक सामने, एक आवासीय मकान के पास खड़ा कर दिया था। यहीं से पूरा विवाद शुरू हुआ।
घटनास्थल पर पहुंचे डीसी नॉर्थ गणेश विश्वास ने मीडिया को बताया कि दिलीप दास अपने दोस्त की कार से आए थे। उन्होंने जिस घर के सामने कार खड़ी की, उस घर के मालिक राय परिवार के कुछ सदस्यों ने पहले कार में तोड़फोड़ कर दी। कार में तोड़फोड़ होते देख दिलीप दास और उसके दोस्त जब विरोध करने पहुंचे, तो राय परिवार के सदस्य, सौभिक रॉय से उनकी जोरदार बहस शुरू हो गई।
लात-घूंसों से पीटा गया युवक
आरोप है कि विवाद जल्द ही हाथापाई में बदल गया। अभियुक्त सौभिक रॉय ने दिलीप दास को लात-घूंसों से बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। पिटाई के कारण दिलीप गंभीर रूप से घायल होकर जमीन पर गिर पड़े। स्थानीय लोगों ने तुरंत घायल दिलीप को बैरकपुर बीएन बोस महकमा अस्पताल पहुंचाया। हालांकि, डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। अत्यधिक आंतरिक चोटों और गंभीर मार-पीट के कारण उसकी मौत हो गई।
अभियुक्त गिरफ्तार, इलाके में पुलिस पिकेटिंग
घटना की सूचना मिलते ही नोआपारा थाने की पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और माहौल को नियंत्रित किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य अभियुक्त सौभिक रॉय को तुरंत गिरफ्तार कर लिया। डीसी नॉर्थ गणेश विश्वास ने बताया कि पुलिस अभियुक्त सौभिक रॉय से गहन पूछताछ कर रही है, ताकि विवाद के असल कारणों और हत्या में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा सके।
मृतक दिलीप दास के परिवार ने इस क्रूर हत्याकांड के लिए सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। घटना के बाद इलाके में व्याप्त तनाव और आक्रोश को देखते हुए, किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस ने कंठाधार इलाके में पुलिस पिकेटिंग (सुरक्षा घेरा) कर दी है और भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।