
नई दिल्ली : इन दिनों प्रदुषण काफी बड़ी समस्या बनी हुई है। प्रदुषण और खानपान में लापरवाही के कारण बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन इन दिनों आम समस्या है। इसमें बचने में काली मिर्च सहायक है, क्योंकि इसमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। काली मिर्च फायदों से भरपूर है, यह वजन कंट्रोल करने में भी सहायक है। आयुर्वेद के मुताबिक काली मिर्च की तासीर गर्म होती है, ऐसे में यह शरीर में जमे एक्स्ट्रा फैट और सेल्यूलाइट को खत्म करती है।
खूबियों से भरपूर है काली मिर्च
दरअसल काली मिर्च में पैपरीन होता है, जो औषधीय गुणों से भरपूर है। इसमें आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, मैंग्नीज, जिंक, क्रोमियम, विटामिन ए और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं।
आंखों की रोशनी बढ़ाएं
आजकल सेलफोन, कम्प्यूटर और लैपटॉप पर लोगो की निर्भरता बढ़ गई है, लोग इन उपकरणों पर काफी समय देते हैं। इससे बच्चों और युवाओं की आंखों की रोशनी पर असर पड़ता है। आयुर्वेद के मुताबिक काली मिर्च को शुद्ध घी में मिलाकर खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
जीवाणुओं से करता है बचाव
काली मिर्च में एंटीबैक्टीरियल तत्व होते हैं जो आयुर्वेद में पेट के रोगों के इलाज में काली मिर्च को रामबाण कहा गया है, इसके सेवन से अपच, दस्त, कब्ज और एसीडिटी आदि समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है। बदलते मौसम के दौरान खांसी, जुकाम नॉर्मल बात है। काली मिर्च, मुलेठी और मिश्री मिलाकर लेने से खांसी और जुकाम में राहत मिलती है।
तनाव करता है दूर
कुछ रिसर्च के मुताबिक काली मिर्च में कुदरती तौर पर अवसादरोधी गुण पाए जाते हैं। तनाव या अवसाद से ग्रस्त हैं तो नियमित रूप से काली मिर्च का सेवन करें।
कैंसर से बचाव
रिसर्च के मुताबिक रोजाना काली मिर्च के सेवन से महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा कम होता है, इससे गांथे नहीं बनती। इसमें फ्लेवोनॉयड्स और एंटीऑक्सीडेंट जैसे तत्व होते हैं जो कैंसरस सेल्स को बढ़ने से रोकते हैं। सर्दियों में जोड़ो और मांसपेशियों में दर्द की समस्या बढ़ जाती है, जिसमें काली मिर्च राहत देती है।