हुगली : चंदननगर लाइटिंग के लिए काफी विख्यात माना जाता है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के महाकुंभ में चंदननगर की रोशनी का तिलिस्म दिखेगा। हर साल की तरह इस साल भी चंदननगर की लाइटिंग से इलाहाबाद नगरी को सजाया जाएगा। बता दें कि पिछले साल राम मंदिर के उद्घाटन समारोह के दौरान अयोध्या की सड़कों को चंदननगर की रोशनी से सजाया गया था। रोशनी की नगरी चंदननगर से एक बड़ा ट्रक लाइट का स्ट्रक्चर लेकर कुछ दिन पहले प्रयागराज के लिए रवाना हो चुका है।
कुंभ नगरी में लाइटिंग का काम अंतिम चरण में
लाइटिंग कलाकार दीपक चंद्र घोष उर्फ तापस ने बताया कि करीब 800 किमी की दूरी तय कर कुंभ नगरी में लाइटिंग का काम अंतिम चरण में है। तापस चंदननगर तालपुकुर का रहने वाले हैं और वृन्दावन के ‘कुम्भ’ (प्रत्येक 4 वर्ष में) लाइटिंग का कार्य कर चुके हैं, अब उन्हें महाकुंभ जो हर 12 साल में होता है वहां से बुलावा मिला है। इसलिए तापस काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि जिस घाट पर ‘शाही स्नान’ होगा, उसके ठीक बगल में 70,000 वर्ग फुट के क्षेत्र में मेरी रोशनी जगमगाएगी। इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर देश विदेश से अतिथियों का आगमन होगा। वे मेरे लाइट शो को देखेंगे।
लाइट से 40-50 फीट के ऊंचे 4 भव्य गेट बने
रोशनी के जादू से 40 से 50 फीट के ऊंचे 4 भव्य गेट बनाए गए हैं, जिनमें इटेलियन घड़ी, झूला, झूमर , झाड़-फानूस और देवदासी की प्रतिमाएं होंगी। इसके अलावा लाइटिंग से राम-सीता, श्रीकृष्ण की झांकी बनाय गयी हैं। विषेश आकर्षण के तौर पर ताली बजाने पर गणेश की मूर्ति उठकर सभी को आशीर्वाद देगी। तापस ने कहा कि यह सब यांत्रिक संरचनाओं में रोशनी के अनूठे खेल के जरिए दिखाया जाएगा।
लाइटिंग के कलाकारों ने यह कहा
चंदननगर के अन्य लाइट कलाकार भी इस बात से खुश हैं कि महाकुंभ उनके अपने शहर की रोशनी से जगमगा उठेगा। दीपंकर घोष, अजय साव जैसे लाइटिंग के बड़े कलाकारों का कहना है कि विश्वपटल पर महाकुंभा का सुनाम है जिसमें करोड़ों की संख्या में लोग उपस्थित होंगे और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यम के जरिए लोग महाकुंभ को देखेंगे। महाकुंभ में लाइटिंग की चमक दिखाना हमारे लिए गर्व की बात है।