

निधि, सन्मार्ग संवाददाता
नदिया: भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तस्करी और सीमा पार अपराधों पर नकेल कसने के अपने निरंतर प्रयासों में, सीमा सुरक्षा बल (BSF) को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल सीमांत के अंतर्गत 161वीं वाहिनी के सतर्क जवानों ने नदिया जिले में बांग्लादेशी मुद्रा की एक बड़ी तस्करी की कोशिश को विफल कर दिया। इस कार्रवाई के दौरान जवानों ने 20 लाख बांग्लादेशी टाका बरामद किए।
मिली जानकारी के अनुसार, यह सफलता सीमा चौकी महाखोला पर तैनात जवानों की सतर्कता और खुफिया सूचना पर आधारित त्वरित कार्रवाई के कारण संभव हो पाई। जवानों को यह गुप्त खबर मिली थी कि एक तस्कर सीमा चौकी पर बने चेक पॉइन्ट से बचने के लिए मुख्य मार्ग का उपयोग न करके, पास के केले के बागान के माध्यम से एक वैकल्पिक और गुप्त मार्ग का इस्तेमाल कर सकता है। तस्कर की मंशा अवैध रूप से बांग्लादेशी करेंसी को सीमा पार कराने की थी।
इस महत्वपूर्ण सूचना को तुरंत संज्ञान में लेते हुए, 161वीं वाहिनी के जवानों ने बिना किसी देरी के कार्रवाई की योजना बनाई। उन्होंने केले के बागान क्षेत्र में अत्यंत गोपनीय तरीके से घात लगाकर निगरानी शुरू कर दी।
जवानों की यह घात सफल रही। कुछ ही देर बाद, उन्होंने एक संदिग्ध व्यक्ति को केले के बागान की ओर जाते हुए देखा। इस व्यक्ति के हाथ में एक बैग था, जिसका आकार और तरीका तस्करी की आशंका को पुख्ता कर रहा था।
जैसे ही तस्कर केले के बागान के भीतर पहुंचा, जवानों ने उसे रोकने का प्रयास किया और चेतावनी दी। हालांकि, बीएसएफ जवानों को अपनी ओर आता देख तस्कर घबरा गया और भागने लगा। जवानों ने तुरंत उसका पीछा करना शुरू कर दिया। स्वयं को चारों ओर से घिरता देख और पकड़े जाने के डर से, तस्कर ने बैग को मौके पर ही छोड़ दिया और घने बागान और अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा।
जवानों ने तुरंत उस स्थान की तलाशी ली, जहाँ तस्कर ने बैग फेंका था। जांच करने पर, बैग के भीतर से बड़ी मात्रा में बांग्लादेशी टाका बरामद हुआ, जिसकी कुल कीमत 20 लाख है।
बीएसएफ ने बरामद की गई यह लाखों की विदेशी मुद्रा जब्त कर ली है। यह घटना दर्शाती है कि सीमा पर तस्करी के प्रयास लगातार जारी हैं, लेकिन बीएसएफ के जवान हर चुनौती का सामना करने के लिए मुस्तैदी से डटे हुए हैं। बरामद की गई बांग्लादेशी मुद्रा को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए संबंधित सीमा शुल्क विभाग (कस्टम) को सौंप दिया जाएगा। इस कार्रवाई से सीमा पार से होने वाली आर्थिक अपराधों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।