
नई दिल्ली : बदलती लाइफस्टाजइल के कारण इन दोनों होने वाली आम बीमारी है थायरॉइड। इसे साइलेंट किलर कहा जाता है, क्योंकि इसका लक्षण शुरूआत में दिखाई नहीं देते है। थायरॉइड ग्लैंड में हार्मोन का बैलेंस बिगड़ने के कारण यह समस्या होती है और थायरॉइड की समस्या पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यांदा पाई जाती है। यह बीमारी थायरॉइड नाम के ग्लैंहड में होती है और यह ग्लैं ड थायरोक्सिन नामक हार्मोन पैदा करता हैं, जो मेटाबॉलिज्म को नार्मल बनाए रखने के लिए जरूरी है। जब यह हार्मोन आवश्यकता से अधिक बनने लगता है तो वजन घटने लगता है और अगर यह हार्मोन कम बनने लगता है तो हमारा वजन बढ़ने लग जाता है।
फोर्टिस हॉस्पिटल की डाइटिशियन सिमरन सैनी का कहना है कि कुछ चीजें थायरॉइड की समस्या को बढ़ाते हैं। इसमें फूलगोभी, ब्रोकली और सोयाबीन जैसे फूड्स शामिल है। दरअसल इसमें गॉइट्रोगन नामक तत्वक पाया जाता है जो थायरॉइड ग्लैंभड को डिस्टर्ब करता है। साथ ही नमक थायरोनोर्म और कैल्सीगटोनिन जैसे हार्मोन की नॉर्मल रिलीज में परेशानी पैदा करता है, ऐसे में बहुत अधिक नमक खाने से बचना चाहिए। वहीं सोयाबीन, सोया फूड और ऑयल का सेवन भी ना करें।
पत्ता या फूलगोभी
गोभी के अंदर गॉइट्रोगन अधिक मात्रा में पाया जाता है, यह थायरॉइड की समस्यास को बढ़ाते है। इसलिए अगर आपको लगता है कि आपको यह रोग है तो आप बिल्कुल भी गोभी का सेवन ना करें।
सोयाबीन से बचें
डॉक्टर सिमरन सैनी का कहना है कि सोयाबीन का इस्ते माल कई तरह से घरों में किया जाता है, वहीं इसका तेल भी खाया जाता है। हालांकि सोयाबीन में भी गॉइट्रोगन भी पाया जाता हैं, जो थायरॉइड रोग के लिए जिम्मेदार होता है। ऐसे में अगर आप सोयाबीन खाती हैं तो आपके शरीर में थायरोक्सिन घट या बढ़ जाता है। थायरोक्सिन के बढ़ने या घटने से थायरॉइड की बीमारी होने लगती है, शरीर के लिए सही नहीं है। सोयाबीन का इस्ते,माल इस बीमारी में ना करें।
सेंधा नमक
थायरॉइड ग्लैंड नमक का इस्तेमाल करके ही थायरोक्सिन हार्मोन बनाता है, ऐसे में जब हमारे शरीर में आयोडीन की कमी होती है तो थायरॉइड ग्लैंड बढ़ने लगता है। इस समस्या में आयोडीन पर्याप्त मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है और कम आयोडीन का सेवन करती हैं तो आप थायरॉइड जैसी गंभीर बीमारी से बची रह सकते हैं। स्वस्थ रहने के लिए आयोडीन नमक लें और थायरॉइड की समस्या से बचने के लिए सेंधा नमक को अपनी डाइट में शामिल करें।