नदिया: नदिया जिले के कृष्णानगर के कालीनगर इलाके में एक बेहद ही हृदय विदारक और मार्मिक घटना घटी है, जिसने पूरे परिवार और इलाके को गहरे सदमे में डाल दिया है। महज सात दिन पहले ही नवनिर्मित घर में गृह प्रवेश का उत्सव मनाने वाले साहा परिवार की खुशियाँ मंगलवार को अचानक मातम में बदल गईं। घर की नई रौनक स्थायी नहीं हो पाई और 21 वर्षीय युवा बेटे अरित्र साहा की दर्दनाक मौत हो गई।
पूजा के फूल विसर्जित करने गए थे अरित्र
मृतक युवक की पहचान अरित्र साहा (21 वर्ष) के रूप में हुई है। अरित्र का परिवार सिर्फ सात दिन पहले ही अपने नए, सपनों के आशियाने में बड़े उत्साह और आनंद के साथ रहने आया था। अरित्र के पिता बुजुर्ग हैं और माँ एक स्कूल शिक्षिका (दीदीमणी) हैं। घर के बनने और उसमें गृह प्रवेश होने से पूरे परिवार में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ था।
मंगलवार की सुबह लगभग 9 बजे, यह खुशी का माहौल हमेशा के लिए बदल गया। अरित्र घर में हुई पूजा के फूलों और सामग्री को विसर्जित करने के लिए अपने नए घर के ठीक सामने स्थित एक तालाब पर गए थे। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, विसर्जन के दौरान अरित्र का पैर अचानक फिसल गया और वह गहरे तालाब में गिर गए। पैर फिसलने के बाद वह खुद को संभाल नहीं पाए और तालाब के पानी में डूब गए।
तलाश के बाद गोताखोरों ने निकाला शव
शुरुआती घंटों में, परिवार को इस घटना का जरा भी आभास नहीं हुआ। जब अरित्र काफी देर तक घर नहीं लौटे, तो परिवार के सदस्यों ने चिंता में उनकी तलाश शुरू की। खोजबीन का यह सिलसिला दोपहर तक चला, लेकिन अरित्र का कोई सुराग नहीं मिला। अंततः, एक स्थानीय निवासी ने बताया कि उन्होंने सुबह अरित्र को तालाब की दिशा में जाते हुए देखा था।
यह सुनकर, परेशान परिजन तुरंत तालाब के पास पहुंचे। वहाँ उन्होंने देखा कि घर की पूजा के फूल तालाब के पानी में पड़े हुए हैं, जिससे उन्हें अनहोनी की आशंका हुई। तुरंत ही स्थानीय पुलिस को इस घटना की सूचना दी गई। खबर मिलते ही कृष्णानगर पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू किया गया। पुलिस ने तत्काल गोताखोरों को तालाब में उतारा। काफी मशक्कत के बाद गोताखोरों ने तालाब के गहरे पानी से अरित्र साहा का शव बरामद किया।
पुलिस ने मृतदेह को अपने कब्जे में ले लिया है और पोस्टमार्टम के लिए कृष्णानगर पुलिस मोर्चरी भेज दिया है। गृह प्रवेश के सात दिन बाद ही बेटे की इस असामयिक और दर्दनाक मौत से पूरा परिवार सदमे में है। माता-पिता के चीखने और लंबी-लंबी साँसों से इलाके का माहौल भारी और गमगीन हो गया है।