
कोलकाता : हिंदू धर्म में कई सारी मान्यताएं हैं। जिन्हें लेकर समय समय पर पढ़ने को कुछ न कुछ मिल ही जाता है। कई सारी मान्यताओं में से आज हम कुछ ऐसी मान्यताओं पर बात करेंगे जो आम है। सप्ताह के सात दिनों में से गुरुवार ऐसा दिन है जिस दिन कई सारे काम करने की मनाही होती है, या फिर यूं कह सकते हैं कि वो काम करना वर्जित माना जाता है। मान्यता है कि गुरुवार को महिलाओं को बाल धोने से बचना चाहिए। गुरुवार लक्ष्मीनारायण का भी दिन कहलाता है। इस दिन वर्जित कार्य करने से माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु दोनों ही रूठ जाते हैं। इसके अलावा मंगलवार और शनिवार को भी बाल काटना, नाखून काटना और शेविंग नहीं करना चाहिए। इन सबके पीछे क्या वजह है इसके बारे में जानेंगे।
गुरुवार के दिन क्यों नहीं धोना चाहिए बाल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार महिलाओं की कुंडली में बृहस्पति को पति और संतान का कारक माना गया है। गुरुवार को महिलाओं के बाल धोने से उनका गुरु कमजोर होता है.ऱ्ं। जिसका असर पति और बच्चों के अलावा घर के अन्य लोगों पर भी पड़ता है। यही कारण है कि महिलाओं को गुरुवार के दिन बाल धोने से बचना चाहिए। साथ ही गुरुवार के दिन बाल काटने के पीछे भी यहीं तर्क दिया जाता है। गुरुवार को नाखून काटने से धन की हानि होती है। जिसके कारण घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होती है।
गुरुवार के दिन पोछा नहीं लगाएं
वास्तु शास्त्र के अनुसार गुरु को ईशान कोण का स्वामी माना गया है। ईशान कोण धर्म और शिक्षा की दिशा मानी जाती है। इस कोण का संबंध बच्चों से भी होता है। इस दिन पोछा लगाने से ईशान कोण कमजोर होता है और बच्चों पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
उपाय
– इस दिन महिलाओं को वर्जित कामों को करने से बचना चाहिए।
– बृहस्पति को खुश करने के लिए पीले कपड़े पहन कर भगवान विष्णु की पूजा करना चाहिए।
– पीले रंग का भोग भगवान को अर्पण करना चाहिए।