
निदेशक ने किया दावा किया की कुछ पेड़ तूफान में गिर गये थे
हावड़ा : शिवपुर बोटैनिकल गार्डन के चमेली खंड के सामने से गायब हुआ दुर्लभ सफेद चंदन का पेड़ काटकर उसकी तस्करी नहीं की गई थी। अधिकारियों ने कहा कि बारिश के बाद पेड़ उखड़ गया था। हालांकि यह जांच की जा रही है कि वह गायब हुआ था कि गिरा था। वनस्पति उद्यान के संयुक्त निदेशक देवेंद्र सिंह ने दावा किया कि 7 सदस्यीय जांच कमेटी ने यह रिपोर्ट दी है। देवेंद्र ने कहा कि पिछले सप्ताह सफेद चंदन के पेड़ काटे जाने की शिकायत मिलने के बाद जांच समिति का गठन किया गया था। समिति के सदस्य उस स्थान पर गए जहां पेड़ को कथित तौर पर काटा गया था। फिर उस समिति के सदस्यों ने उसे काटने, नंबर देेने, सीलबंद करने और नियमानुसार कमरे में रखने की व्यवस्था की। हालांकि, इस दावे को पार्क के कर्मचारियों और आगंतुकों के एक वर्ग द्वारा खारिज कर दिया गया है। उन्होंने दावा किया कि अम्फन में उखड़े हुए सभी पेड़ों की एक सूची बनाई गई थी लेकिन वह सफेद चंदन का पेड़ नम्बर 1989 उस लिस्ट में नहीं था। उनका सवाल है कि पेड़ गिरने का दावा कैसे किया जा रहा है? इस संदर्भ में संयुक्त निदेशक ने कहा, इस बात की जांच की जाएगी कि वह पेड़ अम्फान में गिरे पेड़ों की सूची में था या नहीं, लेकिन गार्डन एरिया में 80 सीसी कैमरे लगे हैं। इन कैमरों से हर समय निगरानी की जाती है। उन्होंने दावा किया कि इस तरह की निगरानी के बीच बिक्री या तस्करी के लिए पेड़ की शाखाओं को अवैध रूप से काटने का कोई खतरा नहीं है। 17 तारीख की रात पेड़ चोरी होने की शिकायत मिलने के बाद अगले दिन बोटैनिकल गार्डन थाने की पुलिस वहां गई और जांच शुरू की। सूत्रों के मुताबिक पुलिस पेड़ के तने की तलाश में जुट गई है।