जब रेलमंत्री ने चंद्रशेखर के लिए बलिया में बना दिया राजधानी ट्रेन का स्‍टॉपेज, पढ़ें किस्‍सा

गाजीपुर: शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की 15वीं पुण्यतिथि अलग-अलग राजनीतिक, सामाजिक संगठनों के साथ ही उनके दिल्ली स्थित समाधि जननायक स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित कर मनाई जा रही है। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के जीवन से जुड़े कई किस्से मशहूर हैं। बात साल 2000 की है बांका से सांसद और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में तत्कालीन रेल राज्य मंत्री दिग्विजय सिंह ने चंद्रशेखर की बलिया से दिल्ली की यात्रा में हो रही असुविधा को देखते हुए रेलवे के नियमों में शिथिल कर नई दिल्ली से गुवाहाटी राजधानी का स्टॉपेज बलिया करवाया था। दिग्विजय सिंह पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को अपना राजनीतिक आदर्श मानते थे।

चंद्रशेखर को अपना राजनीतिक आदर्श मानते थे
बांका के सांसद और तत्कालीन रेल राज्य मंत्री दिग्विजय सिंह पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को अपना राजनीतिक आदर्श मानते थे। दिग्विजय सिंह जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र राजनीति में सक्रिय थे। दिग्विजय सिंह को मुख्यधारा की राजनीति में चंद्रशेखर ही लेकर आए थे। सांसद के तौर पर चंद्रशेखर का दिल्ली आना जाना लगा रहता था। उस वक्त चंद्रशेखर बक्सर से दिल्ली और वापस बलिया आने के लिए बक्सर तक की ट्रेन लिया करते थे। उस वक्‍त बक्सर से बलिया तक की दूरी तय करना भी एक चुनौती भरा काम था।
तब सड़कों की हालत बहुत अच्छी नहीं थी। तब की तुलना में आज बलिया और बक्सर की दूरी बेहद कम समय में तय की जा सकती है। चंद्रशेखर की यात्रा में होती परेशानी को देखते हुए तत्कालीन रेल राज्य मंत्री दिग्विजय सिंह ने सप्ताह में 2 दिन गुवाहाटी-दिल्ली राजधानी को वाया बलिया चलवाने का ऐलान किया।
चंद्रशेखर के लिए रेल राज्य मंत्री दिग्विजय सिंह ने राजधानी का स्टॉपेज बलिया में करवाया था। ट्रेन अप और डाउन दोनों ही फेरों में बलिया में 5 मिनट के लिए आज भी रूकती है। अब यह राजधानी नई दिल्ली से डिब्रूगढ़ के बीच चलती है।
बलिया के थे चंद्रशेखर
चंद्रशेखर बलिया के सांसद थे और उनकी राजनीतिक छवि इस तरह की थी कई बार उन्हें संसद में बेस्ट पार्लियामेंटेरियन पुरस्कार तो मिला ही था। काफी वक्त तक दिल्ली और देश के अन्य बड़े शहरों में बलिया शहर का जिक्र आते ही लोग ‘चंद्रशेखर वाला बलिया’ कहकर बलिया की पहचान बताते थे।

 

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