
नई दिल्ली : समाज में इन दिनों रेप और महिला अपराध काफी बढ़ा है। ऐसे सर्वाइवर्स की मदद के लिए सेफ्टी ट्रस्ट की तरफ से नया टूलकिट लॉन्च हुआ है। यह टूल किट एक्सपर्ट्स से बात कर के बनाया गया, जिसमें कई लोगों की मेहनत और महीनों का समय लगा। ये टूलकिट यूएन वूमेन इंडिया, जागरण न्यू मीडिया, ट्विटर इंडिया और मनुपात्रा एड्यूटेक के माध्यम से लॉन्च किया गया है। इस टूलकिट में कुछ खास एक्सरसाइज बताई गई है जो खास तौर पर पैनिक अटैक या किसी इमोशनल ट्रिगर के दौरान की जाए। ये ट्रॉमा के समय भी की जा सकती है।
ये एक्सरसाइज पैनिक अटैक के समय बहुत मदद कर सकती है। इसे खासतौर पर ट्रॉमा की स्थिति या डिप्रेशन और मेंटल हेल्थ को लेकर जिन्हें परेशानी है, उनके लिए डिजाइन किया गया है। यह उन सर्वाइवर्स के लिए बनाई गई है जो शोषण, रेप या ऐसे ही किसी ट्रॉमा से गुजरी हैं, लेकिन ये एक्सरसाइज हर महिला के काम आ सकती है जो किसी न किसी तरह से एक सर्वाइवर ही है।
ऐसे करें एक्सरसाइज
– सबसे पहले आंखें बंद करें।
– सांस पर फोकस करें। कुछ ना सोचें सिर्फ सांस पर ध्यान दें। लंबी सांस लें। ध्यान न भटकाएं। सांसें लंबी होनी चाहिए।
– इसे एक अंतराल के बाद करते रहें जैसे अगर आपको पैनिक अटैक आ रहा है तो आप 1 मिनट ये करें और फिर 1 मिनट आराम करने के बाद दोबारा ये करें। ये अंतराल एक जैसे होने चाहिए।
आप आराम महसूस करेंगी और इसे आप लगातार कर सकती हैं। ये सेफ्टी टूलकिट ऐसे कई मुद्दों पर बात करता है और साथ ही साथ वो एक सर्वाइवर की मानसिक हालत के बारे में भी बात की है।
रेप सर्वाइवर कई तरह के ट्रॉमा से होकर गुजरती है और उसके साथ हुई घटना जहन में रहती है और ऐसे में बार-बार कोई ट्रिगर उस घटना को वापस उस लड़की के दिमाग में ले आता है। ट्रॉमा को लेकर भी टूलकिट में काफी कुछ कहा गया है। टूल किट के हिसाब से किसी भी भयभीत कर देने वाली या अंदर से झकझोर देने वाली घटना का इमोशनल रिएक्शन ट्रॉमा कहलाता है।
ट्रॉमा हर इंसान द्वारा अलग तरीके से एक्सपीरियंस किया जाता है। ये अलग तरीके से इंसान की सोच, उसकी समझ और उसकी जिंदगी पर प्रभाव डालता है। इस सेफ्टी सर्वाइवर टूलकिट का इस्तेमाल कई तरह से किया जा सकता है। इसमें बहुत सी चीजें बताई गई हैं जो किसी भी सर्वाइवर के लिए मददगार साबित हो सकती हैं।