
कोलकाता : मान्यता है कि पूरे श्रावण मास जो भी श्रद्धालु भगवान आशुतोष की पूजा-अर्चना करता है, ओम नम: शिवाय का जाप तथा पंचामृत अभिषेक प्रेम-श्रद्धा की भावना से करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। श्रावण मास में सोमवार का व्रत रखने से इच्छित फल की प्राप्ति होती है। श्रावण मास सबसे पवित्र व शुद्ध महीना होता है। भगवान शिव का वास रहता है। शिव को श्रद्धा व भक्ति अधिक प्रिय होती है। भगवान शंकर भोले अपने भक्तों व कांवड़ लाने वालों शिवभक्तों को सुख-समृद्धि और धन-धान्य आदि प्रदान करते हैं।
सोमवार व्रत में करें इन नियमों का पालन
सोमवार को शिवालय में जाकर शिव पूजन, पंचाक्षर मंत्र का जाप और शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए। व्रत के दिन यथासंभव मौन रहना चाहिए। क्रोध, घृणा, द्वेष, ईर्ष्या व निंदा से बचना चाहिए। सांसारिक कामों में कम मन लगाना चाहिए। सायंकाल भगवान शिव का पूजन कर एक ही बार अन्न या फलाहार ग्रहण करें।
सावन सोमवार लिस्ट
सावन प्रथम सोमवार- 18 जुलाई 2022
सावन दूसरा सोमवार- 25 जुलाई 2022
सावन तीसरा सोमवार- 01 अगस्त 2022
सावन चौथा सोमवार- 08 अगस्त 2022
पूजा-विधि
सावन माहीने के दौरान सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। नजदीक के शिव मंदिर में जाकर शिवजी के दर्शन करें। सबसे पहले शिवलिंग का गंगाजल और दूध से अभिषेक करें। भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा, गंगाजल और दूध प्रिय हैं इसलिए इन सामग्री को अवश्य शामिल करें। श्रावण माह में शिवजी के जलाभिषेक के दौरान “ओम् नमः शिवाय” मंत्र का जाप करना न भूलें। पूजा पूर्ण करने के बाद अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए भगवान शिव से प्रार्थना करें। शिव आरती, शिव चालीसा का पाठ करने से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं।