
भोजपुर : बिहार के भोजपुर में ऐसा मामला सामने आया है, जो आपको अंदर तक झकझोड़ कर रख देगा। दहेज के लिए एक विवाहिता बेटी को जलाने के बाद इंसाफ के लिए उसके घरवाले अपनी बच्ची का जला हुआ पैर का एक हिस्सा सबूत के तौर पर थाने लेकर पहुंचे। उन्होंने वहां मौजूद पुलिसवालों से गुहार लगाते हुए कहा कि उन्हें इंसाफ चाहिए। इसके बाद आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया। हैरान कर देने वाला यह मामला आरा के मुफस्सिल थाने का है। इसी इलाके के बरौली गांव में दहेज की लालच में आरोपियों ने नवविवाहिता की पहले गला दबाकर हत्या कर दी और फिर सबूत मिटाने के लिए शव को जमीन में गाड़ दिया। इससे भी दिल नहीं भरा तो उन्होंने शव को जला दिया। मृतका के घरवालों को जब इसका पता चला तो वो मौके पर पहुंचे और मृतका के अधजले पैर में पहने बिछिये और पायल से उसकी पहचान की।
बड़े धूमधाम से की थी शादी
पूरा मामला कुछ इस तरह है। मुफस्सिल थाना के बभनगावां निवासी अखिलेश बिंद की बेटी ममता देवी की शादी मई 2021 में मुफस्सिल के ही बरौली गांव निवासी शत्रुघ्न बिंद के साथ हुई थी। ममता के माता-पिता गुजरात के राजकोट में मजदूरी करते थे, इसलिए ममता लंबे समय से बरौली गांव में ही अपने मामा के साथ रहती थी। मई 2021 में ममता के मामा बिगन बिंद ने बड़े धूमधाम से गांव के ही शत्रुघ्न बिंद के साथ भांजी की शादी की।
शादी के समय मायके पक्ष के लोगों ने शत्रुघ्न बिंद को दहेज के रूप में पैसे और अन्य सामान भी दिए। इसके बावजूद शत्रुघन शादी के बाद से ही ममता को एक लाख रुपये दहेज के रूप में मायके वालों से मांगने के लिए प्रताड़ित करता था। एक लाख रुपये नहीं मिलने की वजह से शत्रुघ्न ने अपने घरवालों के साथ मिलकर ममता की पहले हत्या कर दी। उसके शव को चांदी थाना के सारिपुर-विशुनपुर सोन नदी घाट के पास पहले बालू में गाड़ दिया। मन बदलने पर शव को बालू से निकालकर जला दिया और मौके से फरार हो गए।