
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : हर बार तृणमूल की पसंद रहे रतन मालाकार को पार्टी ने इस बार वार्ड 73 में टिकट नहीं दिया। इस बात से रूठ कर रतन निर्दलीय नामांकन दाखिल कर बैठे। प्रतिस्पर्धा भी किए तो तृणमूल की प्रार्थी के रूप में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भाभी काजोरी बनर्जी से जिसे पार्टी ने रतन की जगह टिकट दिया है। जाहिर सी बात है एक ही पार्टी के नेता है तो बगावत पर उतरने के बाद समझौता करने-करवाने की कोशिश भी जारी की गयी जो आखिरकार रंग लायी। रतन मालाकार ने अंतत: नामांकन वापस ले लिया। इस निर्णय के साथ ही रतन ने कहा मुझे गलती का अहसास हो गया। पार्टी का सैनिक था और रहूंगा। ममता बनर्जी के आशीर्वाद से ही आज मैं इस जगह पर हूं इस बात का अहसास सुब्रत बख्शी, मदन मित्र समेत बाकी नेताओं ने अच्छी तरह करा दिया है। अब पार्टी जो दायित्व देगी उसका निर्वाह करूंगा।