सूर्य से दिन में हमें मुफ्त में धूप मिलती है। इससे मिलने वाले कई लाभों से लोग भली भांति परिचित हैं। यह सूर्य हमें विटामिन डी देकर हमारी हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करता है। मांसपेशियों को सुदृढ़ करता है। कोशिकाओं के निर्माण को गति देता है त्वचा की बाहरी परत में रंग भरता है। हमारी जैविक घड़ी को ठीक करता है। अब पता चला है कि वह वायु और कफ, जोड़ों में दर्द, चोट, मोच, त्वचा रोग, टी बी, दमा, रक्त गढ़ापन, सुस्ती, अपच, सर्दी और के रोग भगाने में भी रामबाण दवा है। ठंड बरसात में आधा पौना घंटा किसी भी समय एवं गर्मी में उगते समय सूर्य की धूप का लाभ लिया जा सकता है किंतु तेज धूप से बचना चाहिए। कोमल धूप का ही आनंद लेना चाहिए।
स्मोकरों को अवसाद ज्यादा
गम भुलाने या तनाव दूर करने के लिए जो लोग सिगरेट पीते हैं, वे इससे लाभ पाने की बजाय हानि उठाते हैं। जो धूम्रपान नहीं करते, उनकी तुलना में ये स्मोकर ज्यादा अवसाद से गुजरते हैं। धूम्रपान करना कभी लाभदायी नहीं रहा है। धूम्रपान सेवनकर्ता अपने जीवन को भरपूर क्षतिग्रस्त करके भविष्य को मुसीबतों की झोली में डाल देता है। अतएव सिगरेट पीकर दु:खी या निराश रहने की जगह धूम्रपान न कर के सुखी रहने वालों की टोली में शामिल होइए और सिगरेट पीकर गम भुलाने या तनाव दूर करने की धारणा से उबरिए।
दुनिया में चैन की नींद बड़ी समस्या है
शहरीकरण एवं आधुनिक संसाधनों ने दुनिया के सामने कई तरह की समस्याएं खड़ी कर दी हैं। इनमें चैन की नींद नसीब न होना भी शामिल है। बड़े होकर एवं आधुनिक संसाधनों ने मिलकर सूर्य से तारतम्य रखने वाली हमारी जैविक घड़ी ही बिगाड़ दी है। रोशनी से नहाए आधुनिक शहरों में रातें नहीं होती। इससे मनुष्य तो मनुष्य, पशु पक्षियों तक की नींद प्रभावित हुई हैं। प्रकाश, शोर, व्यसन आदि सब ने एक साथ मिलकर प्यारी निंदिया रानी को तबाह कर दिया है। पशु पक्षी देर रात तक जागते रहते हैं और व्यक्ति को बिस्तर काटता है जिससे नींद नहीं, करवट नसीब होती है। अब दुनिया भर में चैन की नींद के लिए नानाविध उपाय किए जाने लगे हैं। फिर भी नींद उड़न छू है।