कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधार्थियों द्वारा किये गये एक शोध के अनुसार टीन एजर्स में धूम्रपान के बढ़ते शौक के कारण न केवल डिप्रेशन बल्कि नींद न आने की बीमारी आदि समस्याएं सामने आ रही हैं। इस शोध के विशेषज्ञों ने हजारों धूम्रपान करने वाले किशोरों की स्वास्थ्य समस्याओं का अध्ययन किया और पाया कि धूम्रपान करने वाले किशोरों को धूम्रपान न करने वाले की तुलना में अवसाद व नींद न आने की समस्या और घबराहट अधिक हुई। विशेषज्ञों के अनुसार, इसका कारण बिल्कुल स्पष्ट तो नहीं कहा जा सकता पर सिगरेट में युक्त निकोटिन नामक तत्व के कारण ही व्यक्ति ढंग से पूरी नींद नहीं ले पाता है। इसलिए अगर आप भी अच्छी नींद लेना चाहते हैं तो सिगरेट से दूरी बनाकर रखिये।