
प्रदूषित वातावरण के कारण त्वचा की एलर्जी एक आम समस्या बनती जा रही है। बड़े शहरों के आस पास से कृषि भूमि को काट कर बड़े दफ्तर और बहुमंजिला इमारतें बनती जा रही हैं। आस पास हरियाली कम हो रही है, सड़कों का जाल बिछता जा रहा है और उन पर सरपट भागती कारें, बसें व ट्रक वातावरण को प्रदूषित बना रहे हैं। इस प्रदूषित वातावरण की देन है त्वचा एलर्जी। त्वचा एलर्जी को प्रारंभ से ही अनदेखा नहीं करना चाहिए नहीं तो यह रौद्र रूप धारण कर लेती है।
प्रारंभ में त्वचा एलर्जी को घरेलू इलाज से भी रोका जा सकता है पर यदि यह कम न हो कर बढ़ रही हो तो त्वचा रोग विशेषज्ञ को दिखाकर इलाज कराना चाहिए।
● चंदन के पाउडर में कुछ नींबू का रस मिलाकर प्रभावी स्थान पर दिन में दो बार लगाएं। यह लेप कम से कम एक सप्ताह तक नियमित रूप से करें।
● बादाम के पत्तों को अच्छी तरह पीसकर दिन में दो बार प्रभावी स्थान पर लगाने से लाभ मिलता है।
● नारियल तेल में नींबू का रस मिलाकर उस स्थान पर लगायें।
● विटामिन सी का सेवन करने से एलर्जी का प्रभाव कम होता है।
● धूम्रपान से और शराब पीने से परहेज करें।
● पपीते के बीजों को नींबू रस के साथ पीसकर लगाने से भी आराम मिलता है।
● एक गिलास पानी में दो टेबलस्पून सिरका मिला कर पीने से भी राहत मिलती है।
● त्वचा के जिस भाग पर एलर्जी हो, वहां किसी भी तरह का कास्मेटिक प्रयोग न करें।
● एक बड़ा चम्मच खसखस के बीज, 1 बड़ा चम्मच पानी, एक बड़ा चम्मच नींबू का रस मिला कर अच्छी तरह ग्राइन्ड कर प्रभावी स्थान पर लगायें। इसके नियमित लगाने से खुजली और लाली में भी आराम मिलेगा।
●सुनीता गाबा,स्वास्थ्य दर्पण