
कोलकाता : हमारे शरीर में करीब 60 प्रतिशत तक पानी होता है। आप पानी का महत्व इस बात से जान सकते हैं कि शरीर में पानी की कमी के कारण कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन आपको पानी पीते हुए कुछ सावधानी बरतना काफी जरूरी होता है। कुछ लोग जल्दबाजी में खड़े होकर पानी पी लेते हैं। लोग ऐसा मानते हैं कि ऐसा करने से कई शारीरिक अंगों पर खतरनाक असर पड़ता है। आइए जानते हैं कि मान्यता के मुताबिक खड़े होकर पानी क्यों नहीं पीना चाहिए।
खड़े होकर पानी पीने के नुकसान
* खड़े होकर पानी पीने के दुष्प्रभावों से जुड़ी मान्यता के मुताबिक जब हम खड़े होकर पानी पीते हैं, तो वह अत्यधिक प्रेशर के साथ हमारे शरीर में दाखिल होता है, जो कि खतरनाक हो सकता है। नीचे बताए गए दुष्प्रभाव सिर्फ लोगों की मान्यता के मुताबिक है, अभी इसका कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं मिला है।
* जब भी हम खड़े होकर सीधा किसी बोतल से पानी पीते हैं, तो पानी काफी तेजी से हमारे शरीर में प्रवेश करता है। जिससे यह खाने की नली से प्रेशर के साथ गुजरता है और पेट में प्रेशर के साथ पहुंचता है। यह प्रेशर खाने की नली और पेट की आंतरिक परत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
* जब पानी का प्रेशर पेट पर पड़ता है, तो वह उसके आसपास के अंगों व पूरे डाइजेस्टिव सिस्टम पर प्रभाव डाल सकता है।
* प्रेशर के साथ गया हुआ पानी अपने रास्ते में आए सभी दोषपूर्ण तत्वों को साथ बहाकर ब्लैडर तक ले जाता है। जिस कारण आपकी किडनी को अत्यधिक कार्य करना पड़ता है और उस पर तनाव बढ़ सकता है।
*पानी का प्रेशर आपके फेफड़ों के स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डाल सकता है। क्योंकि जब पानी प्रेशर के साथ जाता है, तो वह फूड पाइप व विंड पाइप में ऑक्सीजन का बहाव बाधित हो सकता है। जिससे ऑक्सीजन का फंदा लग सकता है।
* इसके अलावा खड़े होकर पानी पीने से प्यास नहीं बुझती है। पेट पर पानी का प्रेशर पड़ने से आपको लगता है कि पेट भर चुका है, लेकिन असल में आपकी प्यास नहीं बुझती है।