कोलकाता : अधिक मास की वजह से इस बार सावन का महीना 59 दिनों का है और इस माह में कुल 8 सोमवार भी पड़ रहे हैं। इस बार सावन के सभी सोमवार बहुत खास माने जा रहे हैं, क्योंकि सावन के सभी सोमवार पर एक से बढ़कर एक खास संयोग बन रहे हैं। अब तक सावन के 4 सोमवार बीत चुके हैं और पांचवा सोमवार 07 अगस्त को है। सावन के पांचवे सोमवार पर रवि योग बन रहा है, जो सुबह से लेकर रात तक रहेगा। लेकिन इस दिन सुबह से ही भद्रा भी लग रही है, जो शाम तक रहेगी। हालांकि यह स्वर्ग की भद्रा होगी इसलिए इसका दुष्प्रभाव पृथ्वी लोक पर नहीं होगा। ऐसे में चलिए जानते हैं सावन के पांचवें सोमवार पर शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में…
अगस्त को सावन का पांचवा सोमवार है। सावन के पांचवें सोमवार पर अधिक मास की सप्तमी तिथि पड़ रही है। वहीं इस दिन अश्विनी नक्षत्र सुबह से लेकर देर रात 01 बजकर 16 मिनट तक है।
पांचवां सावन सोमवार पर शुभ योग
सावन के पांचवें सोमवार पर रवि योग और शूल योग बन रहा है। रवि योग में शुभ कार्य, पूजा आदि करने से मान-सम्मान में बढ़ोत्तरी और धन में वृद्धि होती है।
रवि योग – सुबह 05 बजकर 46 मिनट से अगले दिन प्रात: 01 बजकर 16 मिनट तक
शूल योग – 06 को अगस्त 2023, रात 08 बजकर 27 मिनट से 07 अगस्त को शाम 06 बजकर 17 मिनट तक
शिव पूजा के लिए शुभ मुहूर्त
पांचवे सावन सोमवार के दिन शिव पूजा के लिए दिन भर शुभ मुहूर्त है। इस दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजे से दोपहर 12 बजकर 53 मिनट तक है। वहीं ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04 बजकर 21 मिनट से सुबह 05 बजकर 03 मिनट तक है।
भद्रा और राहुकाल
सावन के पांचवें सोमवार पर राहु काल सुबह 07 बजकर 26 मिनट से सुबह 09 बजकर 06 मिनट तक है। वहीं भद्रा का समय सुबह 05 बजकर 46 मिनट से शाम 04 बजकर 41 मिनट तक है।