पटना : सेना भर्ती को लेकर केंद्र सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना को लेकर देश के कई राज्यों में विरोध तेज हो गया है। विरोध का सबसे ज्यादा असर बिहार में देखा जा रहा है। वहीं युवाओं ने हरियाणा में भी गुरुग्राम-जयपुर हाईवे को जाम कर दिया है। कई जगह युवा रेलवे ट्रैक पर भी उतरे हैं और ट्रेनों की आवाजाही को रोक दिया है। बिहार के कई स्टेशनों पर ट्रेन पर पथराव किया गया है।
बिहार के कैमूर में ट्रेन में लगाई आग
अग्निपथ योजना को लेकर आक्रोश इतना भड़क गया कि युवाओं ने कैमूर में एक ट्रेन में आग लगा दी है। हालांकि इस दौरान पुलिस सतर्क दिखी और आनन-फानन में आग को बुझाया गया नहीं तो कोई बड़ी घटना घट सकती थी।
बिहार के आरा रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़
आरा रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने जमकर तोड़फोड़ मचाई है। यहां मौजूद रेलवे ऑफिस में तोड़फोड़ की गई है।
चार साल बाद हम कहां जाएंगे?: छात्र
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि भर्ती पहले की तरह की जाए, टूर ऑफ ड्यूटी (टीओडी) को वापस लिया जाए और परीक्षा पहले की तरह आयोजित की जाए। कोई भी सेना में सिर्फ 4 साल के लिए नहीं जाएगा। वहीं जहानाबाद में प्रदर्शन कर रहे एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि केवल 4 साल काम करने के बाद हम कहां जाएंगे? 4 साल की सेवा के बाद हम बेघर हो जाएंगे। इसलिए हमने सड़कों को जाम कर दिया है, देश के नेताओं को अब पता चल जाएगा कि लोग जागरूक हैं। वहीं एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। महीनों के प्रशिक्षण और छुट्टी के साथ 4 साल की सेवा कैसी होगी? सिर्फ 3 साल के प्रशिक्षण के बाद हम देश की रक्षा कैसे करेंगे? सरकार को वापस लेनी होगी यह योजना।
बिहार के मुंगेर में भी भारी विरोध
अग्निपथ योजना के विरोध में मुंगेर में भी प्रदर्शन देखने को मिला। यहां छात्रों ने साफियासराय चौक को जाम कर दिया। इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने आगजनी भी की। इससे एनएच और जमालपुर मुंगेर रोड पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
अग्निपथ योजना क्या है?
‘अग्निपथ भर्ती योजना’ के तहत युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सेना में शामिल होने का मौका मिलेगा। साढ़े 17 साल से 21 साल के युवा लड़के और लड़कियां इसके लिए पात्र होंगे। इसके लिए 10वीं से लेकर 12वीं तक के छात्र आवेदन कर सकेंगे। इसकी शुरुआत 90 दिन के भीतर हो जाएगी। इस साल 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। पहली भर्ती प्रक्रिया में युवाओं को छह महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग का समय भी चार साल में शामिल होगा।