– पैदल यात्रा पर निकले तो पैर में पड़े छाले
पटनाः लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपने संगठन को लेकर पदयात्रा निकाली। इसमें तेजप्रताप करीब ढाई किलोमीटर तक नंगे पैर ही चलते रहे। इस पदयात्रा के दौरान एक अजीब ही वाक्या देखने को मिला। तेजप्रताप के आगे-आगे एक कार्यकर्ता पैर के पड़ने से पहले ही जमीन पर पानी गिरा रहा था। मिनिरल वॉटर की एक बोतल कार्यकर्ता के हाथ में थी और वो तेजप्रताप का पैर पड़ने से पहले पानी गिराता रहा। दरअसल जब तेजप्रताप पदयात्रा पर निकले तो धूप थी और उनके पैर खाली थे। इसलिए कार्यकर्ता पानी डाल रहा था ताकि उनके पैर में छाले ना पड़े।
हालांकि इस मिनिरल वॉटर का कोई असर नहीं हुआ और तेजप्रताप के पैर में छाले पड़ ही गए। इस पदयात्रा का वीडियो शेयर करते हुए तेजप्रताप ने कहा कि ऐसी पदयात्रा अब जारी रहेगी। इस दौरान तेजप्रताप ने छाले पड़े पैरों को भी दिखाया। इस दौरान उनके कार्यकर्ता अन्य नेताओं को पदयात्रा के लिए चैलेंज भी देते नजर आए। कार्यकर्ताओं ने कहा कि वो लोग तेजप्रताप के लिए खून और पसीना बहाने का काम कर रहे हैं।
तेजप्रताप यादव पटना के गांधी मैदान से जेपी आवास कदमकुआं तक खाली पैर जनशक्ति यात्रा पर निकले । इस दौरान तेजप्रताप के समर्थक उनके पैरों के सामने बिसलेरी का ठंडा पानी गिराते नज़र आए ताकि तेजप्रताप का पैर न जले । #tejpratapyadav #rjd #tejaswiyadav pic.twitter.com/CiBp7uOi36
— Abhishek kumar singh (@abhisheksing222) October 11, 2021
तेजप्रताप खुद भी पैरों में मलहम लगाते दिख रहे हैं। तेजप्रताप ने ये पदयात्रा उन खबरों के बाद की है, जब ये कहा कि उन्होंने राजद छोड़कर अपना संगठन बना लिया है। तेजप्रताप और लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव के बीच पिछले कई दिनों से विवाद देखने को मिल रहा है। लालू के बड़े बेटे पिछले कई महीनों से बगावत पर उतर आए थे और राज्य के राजद प्रमुख जगदानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था।
जगदानंद सिंह के साथ-साथ बाद में तेजप्रताप, तेजस्वी को भी निशाने पर लेने लग गए थे। जिसके बाद उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से बात की थी। इसके बाद वो कुछ दिन शांत दिखे, उसके बाद जैसे ही बिहार में उपचुनाव शुरू हुआ, तेजप्रताप ने फिर से विद्रोह करना शुरू कर दिया है।
उपचुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट में भी तेजप्रताप यादव का नाम शामिल नहीं था। जिसके बाद तेजप्रताप ने तेजस्वी पर हमला भी बोला था।