
तेहरान : ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने बुधवार को घोषणा किया कि 2015 के परमाणु समझौते के तहत लगाए गए प्रतिबंधों को वह अब नहीं मानेगा। इसके साथ ही यूरेनियम के तेजी से संवर्धन के लिए सेंट्रीफ्यूज का इस्तेमाल किया जाएगा। रूहानी का यह फैसला शुक्रवार से प्रभावी होगा। साथ ही उन्होंने बताया कि इरान परमाणु ऊर्जा संगठन समझौते के तहत जो भी तकनीकी जरूरतें हैं, उन पर तत्काल शोध शुरू करेगा। समझौते के तहत सभी प्रतिबद्धताओं को कम किया जाएगा, हम विभिन्न प्रकार के सेंट्रीफ्यूज पर शोध करेंगे। यूरेनियम के संवर्धन के लिए जो कुछ भी जरूरी होगा, वह करेंगे।
यूरोपीय देश ने प्रतिबंधों से राहत दिलाने का वादा नहीं किया है पूरा
ईरानी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि उनके इस शोध की देखरेख संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (आईएईए) करेगी। रूहानी ने यूरोपीय देशों को इस सौदे को बचाने के लिए 60 दिनों की एक नई समय सीमा दी है। ईरान ने हर सौदे के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं को कम करने का वादा किया है, जब तक कि यूरोपीय देश तेहरान को अमेरिकी प्रतिबंधों से राहत देने का अपना वादा पूरा नहीं करती। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि इस महीने होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान ईरानी राष्ट्रपति रूहानी के साथ मुलाकात हो सकती है। उन्होंने कहा कि वे इसकी संभावनाओं से इनकार नहीं करते हैं, कुछ भी संभव है।
अमेरिका परमाणु समझौते से हुआ अलग
दरअसल, साल 2015 में ईरान ने अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के तहत ईरान ने उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने पर सहमति जताई थी। हालांकि,ट्रंप के अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने अमेरिका को इस समझौते से अलग कर लिया था, जिसके बाद से दाेनों देशाें के बीच तनाव जारी है और दोनों देशों के रिश्ते बहुत ही तल्ख हो गए। साथ ही इस परमाणु समझौते के प्रावधानों को लागू करने को लेकर भी संशय की स्थिति बनी हुई है।
अमेरिका ने ईरान पर लगाये कई आरोप
ईरान के इमाम खुमैनी अंतरिक्ष केंद्र में पिछले गुरुवार को हुए विस्फोट की वजह से अमेरिका ने बुधवार को ईरान की अंतरिक्ष कार्यक्रम पर नए प्रतिबंध लगा दिए है। इसके अलावा अमेरिका ने अंतरिक्ष कार्यक्रम के नाम पर बैलिस्टिक मिसाइल विकसित करने का आरोप भी ईरान पर लगाया।